फ़ातेमा बिन्ते इमाम अली (अ)
फ़ातेमा बिन्ते इमाम अली (अ) | |
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नाम | फ़ातेमा बिन्ते इमाम अली (अ) |
भूमिका | कर्बला की घटना की ख़बर देने वालों में से एक |
मृत्यु | वर्ष 117 हिजरी |
पिता | इमाम अली (अ) |
माता | उम्मे वलद |
जीवनसाथी | मुहम्मद बिन अबी सईद |
फ़ातेमा बिन्ते इमाम अली (अ) (अरबी: فاطمة بنت علي بن أبي طالب) (वफ़ात 117 हिजरी), कर्बला घटना के क़ैदियों और उसकी ख़बर देने वालों, और हदीस के कथावाचकों (रावियों) में से एक हैं। फ़ातेमा के पति मुहम्मद बिन अबी सईद बिन अक़ील कर्बला की घटना में शहीद हो गए थे। फ़ातिमा कर्बला में मौजूद थीं और इमाम हुसैन (अ) की शहादत के बाद उन्हें इमाम (अ) के कारवां के अन्य बचे लोगों के साथ बंदी बना लिया गया था।
फ़ातिमा ने अपने पिता असमा बिन्ते उमैस, इमामा बिन्त अबी अल-आस, उम्म अल-हसन बिन्त हज़रत अली (अ), इमाम हसन (अ) और अन्य से हदीसों का वर्णन किया हैं। इसके अलावा, हारिस बिन कअब कूफी, अब्दुल रहमान बिन अबी नईम बजली, ओबैदुल्लाह बिन बशीर जअफी, मूसा जहनी, ईसा बिन उस्मान, अबू बसीर, आदि ने उनसे हदीसों का वर्णन किया है। उनके द्वारा प्रेषित हदीसें ज़्यादातर अक़ायद, न्यायशास्त्र और नैतिकता के विषयों पर आधारित हैं।
उन्होंने मंज़िलत और रद अल-शम्स की हदीस का वर्णन किया है। अबू मख़नफ़ ने एक मध्यस्थ के माध्यम से उनसे कर्बला की घटना की कुछ घटनाओं की सूचना दी है।
वंशावली
फ़ातेमा, अली बिन अबी तालिब (अ) की बेटी थीं और उनकी मां उम्मे वलद (कनीज़) थी। [१] उन्होने मुहम्मद बिन अबी सईद बिन अक़ील से शादी की और हमीदा नाम की एक बेटी को जन्म दिया। [२][नोट १]
मुहम्मद बिन अबी सईद, फ़ातिमा के पति, कर्बला की घटना में शहीद हो गए थे [३] और फ़ातिमा ने सईद बिन असवद बिन अबी अल-बहतरी [४] से शादी की और बरज़ह और ख़ालिद को जन्म दिया। [५] सईद के बाद, उन्होंने मुंजर बिन ऊबैदा बिन ज़ुबैर से शादी की। [६] और उनसे उस्मान और कुबरा पैदा हुए।[७] फ़ातिमा मुंजिर [८] के बाद जीवित भी थी और 117 हिजरी में उनकी वफ़ात हुई।[९]
हदीस
फ़ातिमा ने अपने पिता, [१०] असमा बिन्ते उमैस, [११] इमामा बिन्त अबी अल-आस, [१२] उम्म अल-हसन, हज़रत अली (अ) की बेटी, [१३] इमाम हसन (अ) [१४] और अन्य से हदीस का वर्णन किया है। हारिस बिन कअब कूफी, अब्दुल रहमान बिन अबी नईम बजली, ओबैदुल्लाह बिन बशीर जअफी, [१५] मूसा जहनी, [१६] ईसा बिन उस्मान, [१७] अबू बसीर [१८] और ... ने उनसे रिवायत बयान की है। उनके द्वारा प्रेषित आख्यान ज्यादातर अक़ाइद, [१९] न्यायशास्त्र [२०] और नैतिकता [२१] के विषयों में हैं।
उन्होंने रद अल-शम्स [२२] और मंज़िलत [२३] की हदीस का वर्णन असमा बिन्ते उमैस से किया है। यह कहा गया है कि नेसाई और इब्ने माजा ने उनसे हदीस का वर्णन किया है।[२४]
कर्बला की घटना
फ़ातेमा कर्बला की घटना में मौजूद थीं और उन्हे हज़रत ज़ैनब (अ) और अन्य बंदियों के साथ दमिश्क़ ले जाया गया। [२५] यज़ीद की सभा में, सीरिया के लोगों के एक व्यक्ति ने यज़ीद बिन मुआविया से उन्हे अपनी उपपत्नी (कनीज़) के रूप में लेने के लिए कहा, जिस पर हज़रत ज़ैनब (अ) ने तेज़ प्रतिक्रिया व्यक्त की। [२६] अबू मख़नफ़ ने इस वाक़ेया का उनसे वर्णन हारिस बिन कअब के ज़रिये से किया है।[२७]
इसी तरह से फ़ातिमा ने दमिश्क़ से मदीना के रास्ते में कर्बला के क़ैदियों के साथ नोमान बिन बशीर के अच्छे बर्ताव की उल्लेख किया है। जब मदीना में कर्बला के कैदियों का कारवां पहुंचा। अली की बेटी फ़ातेमा ने अपनी बहन ज़ैनब से कहा: इस सीरियाई व्यक्ति (नोमान बिन बशीर) ने हमारे साथ अच्छा व्यवहार किया, क्या आप चाहती हैं कि हम उसे कुछ दें? ज़ैनब ने कहा: "ख़ुदा की क़सम हमारे पास अपने गहनों के अलावा उसको देने के लिए कुछ नहीं है।" फिर दोनों ने नोमान को अपने कंगन और पायल भेजे और उससे माफ़ी मांगी। लेकिन नोमान ने उन्हें स्वीकार नहीं किया और कहा:
"यदि मैंने जो किया वह दुनिया के लिए था, तो आपके गहने और उससे भी कम चीज़ मुझे प्रसन्न करती, लेकिन ईश्वर की सौगंध, मैंने यह केवल भगवान के लिये और ख़ुदा के पैगंबर (स) से आपकी निकटता के कारण किया है।"[२८]
रियाहिन अल-शरिया में महल्लाती ने शिया रेजाल शास्त्र की पुस्तकों में उनकी प्रसिद्धि की कमी पर आश्चर्य व्यक्त किया है।[२९]
नोट
- ↑ बेशक, मौसूआ कर्बला में, फ़ातिमा को अबू सईद की पत्नी के रूप में पेश किया गया है, जिसने मुहम्मद और हमीदा को जन्म दिया और कहा कि मुहम्मद सात साल का था जब वह कर्बला में शहीद हुए थे। (बैज़ून, 1427 मौसूआ करबला, भाग 1 पेज 529)
फ़ुटनोट
- ↑ इब्ने जौज़ी, अल-मुंतज़िम, 1412 हिजरी, खंड 5, पृष्ठ 344।
- ↑ इब्ने साद, अल तबकात, 1410 हिजरी, खंड 8, पृष्ठ 340; मजलिसी, बिहार अल-अनवार, 1404 हिजरी, खंड 42, पृष्ठ 94।
- ↑ इब्ने साद, अल तबक़ात, 1416 हिजरी, 5 वीं कक्षा, खंड 1, पी. 477।
- ↑ इब्ने हबीब अल-बग़दादी, अल-मुहब्बर, दार अल-अफाक़, पृष्ठ 56; इब्न हज़्म, जमराह अंसब अल-अरब, 1403 हिजरी, पृष्ठ 125।
- ↑ इब्ने साद, अल तबकात, 1414 हिजरी, खंड 8, पृष्ठ 340।
- ↑ इब्ने हज़्म, जमहरा अंसब अल-अरब, 1403 हिजरी, पृष्ठ 125; इब्न हबीब अल-बग़दादी, अल-मुहब्बर, दार अल-अफाक़, पी. 57.
- ↑ इब्ने साद, अल तबकात, 1414 हिजरी, खंड 8, पृष्ठ 340।
- ↑ इब्ने साद, अल तबकात, 1414 हिजरी, खंड 8, पृष्ठ 340।
- ↑ अल-तबरी, तारिख़ अल-उमम वल-मुलूक, 1387 हिजरी, खंड 7, पृष्ठ 107।
- ↑ तबरी, तारीख़े अल उमम वल-मुलूक, 1387 हिजरी, खंड 11, पृष्ठ 667; इब्ने साद, तबक़ात, 1414 हिजरी, खंड 8, पृष्ठ 340; हुर्रे आमेली, वसायल अल-शिया, 1409 हिजरी, खंड 23, पृष्ठ 11।
- ↑ इब्न अब्द अल-बर्र, अल-इस्तियाब, 1412 हिजरी, खंड 3, पीपी. 1097-1098; आमेली, इसबातुल हुदात, 1425 हिजरी, भाग 3, 239; जज़री, असना अल-मतलिब, 1426 हिजरी, पृष्ठ 161; मजलिसी, बिहार अल-अनवर, 1404 हिजरी, खंड 37, पीपी 263, 268; मक्रीज़ी, उमता अल-इस्मा, 1420 हिजरी, खंड 5, पृष्ठ 29
- ↑ कुलैनी, अल-काफ़ी, 1365, खंड 6, पृष्ठ 370; हुर्रे आमेली, वसायल अल-शिया, 1409 हिजरी, खंड 25, पृष्ठ 201; मजलिसी, बिहार अल-अनवार, 1404 हिजरी, खंड 41, पृष्ठ 159।
- ↑ मक्रीज़ी, अमता अल-इस्मा, 1420 हिजरी, खंड 5, पृष्ठ 29।
- ↑ बरक़ी, रेजाल, 2004, पृष्ठ 61।
- ↑ मुहद्दिस नूरी, मुस्तद्रक अल-वसायल, 1408 हिजरी, खंड 3, पृष्ठ 207; कुलैनी, अल-काफ़ी, 1365, खंड 14, पृष्ठ 207, पृष्ठ 249।
- ↑ इब्न अब्द अल-बर्र, अल-इस्तियाब, 1412 हिजरी, खंड 3, पीपी. 1097-1098; आमेली, इसबातुल हुदात, 1425 हिजरी, भाग 3, 239; जज़री, असना अल-मतालिब, 1426 हिजरी, पृष्ठ 161; मजलेसी, बिहार अल-अनवार, 1404 हिजरी, खंड 37, पृष्ठ 263
- ↑ इब्ने साद, तबकात, 1414 हिजरी, पृष्ठ 341
- ↑ मजलेसी, बिहार अल-अनवार, 1404 हिजरी, खंड 41, पृष्ठ 159; हुर आमेली, वसायल अल-शिया, 1409 हिजरी, खंड 25, पृष्ठ 201।
- ↑ मक्रीज़ी, अमता अल-इसमाअ, 1420 हिजरी, खंड 5, पृष्ठ 29; आमेली, इसबातुल हुदात, 1425 हिजरी, खंड 1, पृष्ठ 414; मजलेसी, बिहार अल-अनवार, 1404 हिजरी, खंड 41, पृष्ठ 177।
- ↑ मुहद्दिस नूरी, मुस्तद्रक अल-वसायल, 1408 हिजरी, खंड 3, पृष्ठ 207, खंड 14, पृष्ठ 249।
- ↑ मजलिसी, बिहार अल-अनवार, 1404 हिजरी, खंड 41, पृष्ठ 159।
- ↑ मक्रीज़ी, अमता अल-इसमाअ, 1420 हिजरी, खंड 5, पृष्ठ 29; आमेली, इसबातुल हुदात, 1425 हिजरी, खंड 1, पृष्ठ 414; मजलेसी, बिहार अल-अनवार, 1404 हिजरी, खंड 41, पृष्ठ 177।
- ↑ इब्न अब्द अल-बर्र, अल-इस्तियाब, 1412 हिजरी, खंड 3, पीपी. 1097-1098; आमेली, इसबातुल हुदात, 1425 हिजरी, भाग 3, 239; जज़री, असना अल-मतलिब, 1426 हिजरी, पृष्ठ 161; मजलेसी, बिहार अल-अनवार, 1404 हिजरी, खंड 37, पीपी 263, 268
- ↑ सालेही शामी, सुबुल अल-हुदा, 1414 हिजरी, खंड 9, पृष्ठ 435।
- ↑ इब्ने असीर, अल कामिल, 1385 हिजरी, खंड 4, पृष्ठ 88; इब्न जौज़ी, अल-मुन्तज़िम, 1412 हिजरी, खंड 5, पृष्ठ 344; इब्ने असीर, उसदुल ग़ाबा, 1409 हिजरी, खंड 6, पृष्ठ 133।
- ↑ इब्ने असीर, उसदुल ग़ाबा, 1409 हिजरी, खंड 6, पृष्ठ 133।
- ↑ अबू मख़नफ़, वक्आ अल-तफ़, 1417 हिजरी, पेज 48, 271; अल-तबरी, तारिख़ अल-उमम वल-मुलूक, 1387 हिजरी, खंड 5, पेज 462-461।
- ↑ तबरी, तारीख़ अल उमम वल-मुलूक, 1387 हिजरी, पेज 462-463; इब्ने असीर, अल-कामिल, 1385 हिजरी, खंड 4, पृष्ठ 88।
- ↑ महल्लाती, रियाहिन अल-शरिया, दार अल-कुतुब अल-इस्लामिया, खंड 3, पृष्ठ 308।
स्रोत
- इब्ने साद, तबक़ात अल-कुबरा, शोध: मोहम्मद अब्दुल कादिर अता, बेरूत, दार अल-कुतुब अल-इल्मिया, 1990 ई/1410 हिजरी।
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- इब्ने हज़्म, जमहरा अंसब अल-अरब, रिसर्च: लुजना मिनल उलमा, बेरूत, दार अल-किताब अल-इलमिया, खंड 1, 1403 हिजरी/1983 ई.
- इब्ने साद, अल-तबक़ात अल-कुबरा (5वीं श्रेणी (1)), अनुसंधान: मुहम्मद बिन सामिल अल-सलमी, अल-तायफ़, स्कूल ऑफ अल-सादिक, 1414 हिजरी/1993 ईस्वी।
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- अबू मख़नफ़ कूफी, वक़आ अल-तफ, जामिया मुद्रेसीन, तीसरा संस्करण, क़ुम, 1417 हिजरी।
- बरकी, अहमद बिन मोहम्मद, रेजाल अल-बरकी, तेहरान, तेहरान यूनिवर्सिटी प्रेस, 2004।
- बैजून, लबीब, मौसूआ कर्बला, बेरूत, अल-अलामी फाउंडेशन, 1427 हिजरी।
- जज़री, मुहम्मद बिन मुहम्मद, असनल-मतालिब (मनाकिब अल-असद अल-गालिब, मुमज़्ज़क़ अल-कताएब और मज़हर अल-अजायब), बेरूत, दार अल-किताब अल-इ्ल्मिया, 1426 हिजरी।
- हुर्रे आमिली, मुहम्मद बिन हसन, वसायल अल-शिया, क़ुम, अहले-बैत संस्थान, 1409 हिजरी।
- सालेही शामी, मुहम्मद बिन युसूफ, सुबुल अल-हुदा अल-रशाद फी सिरा खैर अल-एबाद, शोध: आदिल अहमद अब्द अल-मौजूद व अली मुहम्मद मुअव्वज़, बेरूत, दार अल-कुतब अल-इल्मिया, 1414 हिजरी/1993 ई
- तबरी, मुहम्मद बिन जरीर, तारीख़े उमम वल-मुलूक, शोध: मुहम्मद अबोल फज़ल इब्राहिम, बेरूत, दार अल-तुरास, 1967 ई/1387 हिजरी
- आमेली, मुहम्मद बिन हसन, इसबातुल हुदात बिन नुसूस वल मोजेज़ात, बेरूत, अल-अलामी, 1425 हिजरी।
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- कुलैनी, मोहम्मद बिन याकूब, अल-काफी, तेहरान, दारुल-ए-किताब अल-इस्लामिया, 1365 शम्सी।
- मजलेसी, मुहम्मद बाकिर, बिहार अल-अनवार, बेरूत, अल-वफा फाउंडेशन, 1404 हिजरी।
- मुहद्दिस नूरी, मिर्ज़ा हुसैन, मुस्तद्रक अल-वसायल, क़ुम, आलुल-बैत संस्थान, 1408 हिजरी।
- महल्लाती, ज़बीहुल्लाह, रिहाहिन अल-शरिया, दर तरजुमए बानोवाने दानिशमंद शिया, तेहरान, दार अल-कुतुब अल-इस्लामिया, बी ता।
- मक़रेज़ी, अहमद बिन अली, इमता अल-असमाअ बेमा लिन नबी मिनल अहवाले वल अमवाले वल हफ़दह वल मताअ, अनुसंधान: मुहम्मद अब्दुल हमीद अल-नमेसी, बेरूत, दार अल-कुतब अल-इल्मिया, 1420 हिजरी/1999 ई.