उम्मे फ़रवा इमाम सादिक़ (अ) की बेटी
उपनाम | उम्मे फ़रवा |
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वंश | बनी हाशिम |
प्रसिद्ध रिश्तेदार | इमाम सादिक़ (अ) पिता, हुसैन बिन ज़ैद बिन अली पति |
जन्म का शहर | मदीना |
निवास स्थान | मदीना |
गतिविधियां | कर्बला की घटना में उपस्थिति और क़ैदी होना |
- इमाम सादिक़ (अ) की माँ हज़रत उम्मे फ़रवा के साथ भ्रमित न हों।
उम्मे फ़रवा (अरबी: أم فروة بنت الإمام الصادق (ع)) इमाम जाफ़र सादिक़ (अ) की बेटी थीं, जिनकी माँ फ़ातिमा, हुसैन बिन अली बिन हुसैन (अ) की बेटी थीं। इस्माईल और अब्दुल्लाह उनके सगे भाई थे।[१] इब्ने शहरआशोब के अनुसार, उनका नाम अस्मा था और उनकी उपाधि उम्मे फ़रवा थी, हालाँकि उन्होंने अस्मा, उम्मे फ़रवा और फ़ातिमा को इमाम सादिक (अ) की तीन बेटियों के रूप में भी बताया है।[२] उम्मे फ़रवा ने अपने चचेरे भाई हुसैन बिन ज़ैद बिन अली (अ) से शादी की थी।[३] लेकिन फ़ख़्रुद्दीन राज़ी (एक सुन्नी विद्वान) ने उनके पति का नाम अब्दुल अज़ीज़ बिन सुफ़ियान मरवानी बताया है।[४]
रौज़तुल काफ़ी में वर्णित एक रिवायत के अनुसार, इमाम सादिक़ (अ) ने सुफ़ियान बिन मुसअब से इमाम हुसैन (अ) के शोक (मातम) में एक मर्सिया (शोक-गीत) पढ़ने को कहा और हुक्म दिया कि उम्मे फ़रवा भी मजलिस (शोक सभा) में शामिल हों। जब मर्सिया शुरू हुआ, तो उम्मे फ़रवा रोने लगीं। यह मर्सिया उन्हें संबोधित करते हुए शुरू किया गया था।
“फ़रवो जूदी बे दमएके अल मस्कूबे” अनुवाद: "ऐ उम्मे फ़रवा! अपने बहाए हुए आँसुओं को न्योछावर करो।"[५]
फ़ुटनोट
- ↑ शेख़ मुफ़ीद, अल इरशाद, 1413 हिजरी क़मरी, खंड 2, पृष्ठ 209।
- ↑ इब्ने शहरआशोब, अल मनाक़िब, 1379 हिजरी क़मरी, खंड 4, पृष्ठ 280।
- ↑ शबरावी, अल इत्तिहाफ़ बे हुब्बिल अशराफ़, 1423 हिजरी क़मरी, पृष्ठ 216।
- ↑ फख़्रुद्दीन राज़ी, अश शजरा अल मुबारक़ा, 1419 हिजरी क़मरी, पृष्ठ 90।
- ↑ कुलैनी, रौज़तुल काफ़ी, 1362 शम्सी, खंड 8, पृष्ठ 216।
स्रोत
- इब्ने शहरआशोब, मुहम्मद बिन अली, मनाक़िब आले अबी तालिब, क़ुम, प्रकाशक, अल्लामा, 1379 हिजरी क़मरी।
- शबरावी, जमालुद्दीन, अल-इत्तिहाफ़ बे हुब्बिल अशराफ, क़ुम, दारुल कुतुब, पहला संस्करण, 1423 हिजरी क़मरी।
- फ़ख़्रुद्दीन राज़ी, मुहम्मद बिन उमर, अश शजरा अल मुबारक़ा फ़ी अन्साब अत तालिबिय्या, क़ुम, मकतबा आयतुल्लाह मर्अशी नजफ़ी, दूसरा संस्करण, 1419 हिजरी क़मरी।
- कुलैनी, मुहम्मद बिन याक़ूब, रौज़तुल काफ़ी, संपादक: अली अकबर ग़फ़्फ़ारी, तेहरान, दारुल कुतुब अल इस्लामिय्या, 1362 शम्सी।
- शेख़ मुफ़ीद, मुहम्मद बिन मुहम्मद, अल इरशाद फ़ी मअरिफ़त होज्जजिल्लाह अला अल इबाद, संपादक: मोअस्ससा ए आलुल बैत, क़ुम, कांग्रेस शेख मुफीद, 1413 हिजरी।