सामग्री पर जाएँ

साक़ी ए कौसर

wikishia से

साक़ी ए कौसर (अरबी: ساقي الكوثر) हज़रत अली बिन अबी तालिब अलैहिस सलाम के उपनामों में से एक है जिसका अर्थ, कौसर की नहर से दूसरों को सैराब (पिलाने वाला) करने वाला है।

साक़ी ए कौसर दो शब्दों "साक़ी" और "कौसर" से मिलकर बना है। साक़ी का अर्थ दूसरों को पानी या शराब से सैराब करने वाला है।[] पुराने ज़माने में, साक़ी उस व्यक्ति को कहा जाता था जो एक कटोरे में पानी डालकर दूसरों को पिलाता था। "कौसर" का अर्थ है ख़ैरे कसीर (बहुत ज़्यादा नेकी) है।[]

कुछ टीकाकारों (मुफ़स्सेरीन) ने सूर ए कौसर की पहली आयत में "कौसर" शब्द को कौसर का हौज़ कहा है जिसका पानी दूध से ज़्यादा सफ़ेद और शहद से ज़्यादा मीठा है।[] शिया और सुन्नी हदीसों के अनुसार, इमाम अली (अ) इस कुंड (हौज़) के साक़ी हैं।[] इब्ने अरबी ने इसकी व्याख्या में कहा है कि कौसर स्वर्ग में एक नहर है और जो भी इससे पियेगा वह कभी भी प्यासा नहीं होगा।[]

हज़रत अली (अ) को विभिन्न कवियों की कविताओं में "साक़ी ए कौसर" के उपनाम से याद किया गया है।[]

फ़ुटनोट

  1. अमीद शब्दकोश, "साक़ी" शब्द के तहत; देहखोदा, शब्द "साक़ी" के तहत शब्दकोश।।
  2. देखें खुर्रम शाही, दानिश नामे क़ुरआन व कुरआन पजोही, 1377, खंड 2, पृष्ठ 1269।
  3. सुयुती, अद दुर्रुल मंसूर, ज़ैले शब्द कौसर, पद 1.
  4. ख्वारज़मी, अल-मनाक़िब, 1414 हिजरी, खंड 1, पृष्ठ 294; तबरी, ज़ख़ायर अल उक़बा, 1356 हिजरी, खंड 1, पृ.86।
  5. इब्ने अरबी, तफ़सीरे इब्ने अरबी, 1422 हिजरी, खंड 2, पृष्ठ 434।
  6. इब्ने यमीन, इब्न यामीन की कविताओं के दीवान देखें, पीपी। 39-40; हाफेज़ शिराज़ी, दीवान, पी. 743; मोलावी, शम्स तबरीज़ी की कुल्लियात, ग़ज़ल 3213, पृष्ठ 1189; अत्तर नैशानपूरी, मंतिक़ अत तैर, पृष्ठ 26।

स्रोत

  • इब्ने यमीन फरयूमदी, कविताओं का दीवान, हुसैन अली बस्तानी राड द्वारा संपादित, बीजा, सनाई पुस्तकालय प्रकाशन, 1344।
  • खुर्रम शाही, बहाउद्दीन, दानिश नामा ए कुरआन व कुरआन पजोही, मित्र - नाहिद, तेहरान, 1377।
  • ख़्वारज़मी, मुवाफ़क़ बिन अहमद, अल-मनाक़िब, मलिक महमूदी द्वारा प्रकाशित, क़ुम, 1414 हिजरी।
  • सुयुती, अब्द अल-रहमान बिन अबी बक्र, अल-दुर अल-मंसूर फ़ी अल-तफ़सीर अल-मासूर, नजदत नजीब, बेरूत, 1421 हिजरी/2001 ई.
  • तबरी, अहमद बिन अब्दुल्ला, ज़ख़ायरल उक़बा फ़ी मनाकिब ज़ुल-कुरबा, काहिरा 1356, बेरूत ऑफसेट प्रिंट (बीटीए।)
  • अत्तार नीशा पुरी, फ़रीद अल-दीन मोहम्मद, मंतक़ितुर-तैयर (मक़ामात अल-तुयूर), सैय्यद सादिक़ गोहरिन, तेहरान, ट्रांसलेशन एंड पब्लिशिंग कंपनी, 1356 द्वारा।
  • अमीद, हसन, अमीद डिक्शनरी, लेखक और संपादक: फरहाद क़ुरबनज़ादेह, प्रकाशक: आशजा, पहला संस्करण, 1389.