नक़ी (उपनाम)

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इमाम नक़ी (अ) का हरम (सामरा) इराक़

यह लेख इमाम अली नक़ी (अलैहिस सलाम) के उपनाम नक़ी के बारे में है। इमाम (अ) के व्यक्तित्व के बारे में जानने के लिए इमाम अली नक़ी अलैहिस सलाम देखें।

नक़ी, (अरबी: النقي)‌ शियों के दसवें इमाम, इमाम अली नक़ी अलैहिस सलाम की सबसे प्रसिद्ध उपाधियों में से है।[१] नक़ी का मतलब पवित्र व पाकीज़ा होता है।[२] किताब ऐललुश शरायेअ में शैख़ सदूक़ के कथनुसार, उनकी पवित्रता और आंतरिक अच्छाई के कारण उन्हें "नकी" कहा जाता था।[३] एक अन्य कथन में, यह उल्लेख किया गया है चूंकि इमाम अली नक़ी (अ) की मां क़नीज़ (उम्मे वलद) थीं, इस लिये इमाम की यह उपाधि उनके मासूम और हसब व नसब ऐतेबार से तमाम बुराईयों व कमियों से पवित्र होने का प्रमाण है।[४]

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फ़ुटनोट

  1. क़ुम्मी, मुनतहल-आमाल, 1379, खंड 3, पृष्ठ 1836।
  2. तौरैही, मजमा अल-बहरैन, 1408 हिजरी, खंड 4, पृ.366।
  3. सदूक़, ऐललुश शरायेअ, 1385 हिजरी., खंड 1, पृ.241।
  4. ख़नजी, वसीलतुल ख़ादिम, 1375, पृष्ठ 261।

स्रोत

  • सदूक़, मुहम्मद इब्न अली, ऐललुश शरायेअ, नजफ़, अल-हैदरीया पुस्तकालय प्रकाशन, 1385 हिजरी।
  • ख़नजी, फज़लुल्लाह रूजबेहान, वसीलतुल ख़ादिम एलल मख़दूम, क़ुम, अंसारियन, 1375 शम्सी।
  • क़ुम्मी, शैख़ अब्बास, मुनतहल आमाल, क़ुम, दलिल मा, 2000 ईसवी।
  • तोरैही, फ़ख़रुद्दीन, मजमअल बहरैन, मकतबन नश्र अस सक़ाफ़ह अल इस्लामिया, 1408 हिजरी।