आमेना बिन्ते शरीद
कूफ़ा की सुवक्ता महिलाओं में से एक और इमाम अली (अ) के शियों में से थीं | |
प्रसिद्ध रिश्तेदार | अम्र बिन हमिक़ ख़ोज़ाई (पती) |
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निवास स्थान | कूफ़ा |
मृत्यु तिथि | 50 हिजरी |
मृत्यु का कारण | प्लेग (ताऊन) के कारण |
समाधि | होम्स |
गतिविधियां | मुआविया बिन अबी सुफियान के आदेश से कारावास |
आमेना बिन्ते शरीद (अरबी:آمنة بنت شريد) अम्र बिन हमिक़ ख़ोज़ाई (वफ़ात 50 हिजरी) की पत्नी थीं, जिन्हें मुआविया बिन अबी सुफियान के आदेश से क़ैद कर लिया गया था और इस घटना ने उन्हें प्रसिद्ध बना दिया।
"ओ मुआविया, भगवान तेरे बच्चों को अनाथ, तेरे परिवार को तुझ से दूर कर दे, और कभी माफ न करे"[१]
आमेना बिन्ते शरीद, कूफ़ा की सुवक्ता (फ़सीह) महिलाओं में से एक थीं, वह अम्र बिन हमिक़ ख़ोज़ाई[२] की पत्नी और इमाम अली (अ)[३] के शियों में से थीं। एक सुन्नी इतिहासकार इब्न तैफूर (204-280 हिजरी) ने अपनी किताब बलाग़ात अल-नेसा में मुआविया बिन अबी सुफ़यान को संबोधित उनके शब्दों को उद्धृत किया है।[४] किताब आयान अल-शिया[५] और आलाम अल नेसा अल मोमिनात[६] में भी, इब्ने तैफ़ूर की सामग्री को उद्धृत किया गया है
14वीं शताब्दी के इतिहासकार ज़ेरेकेली ने आमेना की प्रसिद्धि का कारण उनके कारावास की कहानी और मुआविया को संबोधित उनके शब्दों को माना है।[७] इमाम अली (अ) की शहादत के बाद, मुआविया बिन अबी सुफियान ने अम्र बिन हमाक खोज़ाई सहित कुछ शियों की गिरफ़तारी का आदेश दिया। अम्र भाग गये और छिप गये, इसलिए, मुआविया के आदेश से, उनकी पत्नी आमेना को गिरफ्तार कर लिया गया और दो साल के लिए दमिश्क़ में कैद कर दिया गया।[८] वर्ष 50 हिजरी में अम्र बिन हमिक़ ख़ोज़ाई की शहादत के बाद, मुआविया के आदेश से, वे उनका सिर दमिश्क़ ले गए और जेल में आमेना के सामने रख दिया, लेकिन अमीना ने अपने पति की प्रशंसा और मुआविया को शाप देना शुरु कर दिया।[९] उसके बाद, उन्हे रिहा कर दिया गया और वह कूफ़ा चली गयी। 50 हिजरी में प्लेग (ताऊन) के कारण अमीना की होम्स के रास्ते में मृत्यु हो गई।[१०]
फ़ुटनोट
- ↑ इब्ने तैफूर, बलाग़ात अल-निसा, 1972, पृष्ठ 87।
- ↑ ज़ेरकेली, अल-आलाम, 1989, खंड 1, पृष्ठ 26।
- ↑ हसन, आलाम अल नेसा अल मोमिनात, 1421 हिजरी, खंड 1, पृष्ठ 107।
- ↑ इब्ने तैफूर, बलाग़ात अल-निसा, 1972, पेज 87-89।
- ↑ अमीन, आयान अल-शिया, 1403 हिजरी, खंड 2, पृष्ठ 95।
- ↑ हसन, आलाम अल नेसा अल मोमिनात, 1421 हिजरी, पेज. 107-111.
- ↑ ज़ेरकेली, अल-आलाम, 1989, खंड 1, पृष्ठ 26।
- ↑ इब्ने तैफूर, बलाग़ात अल-निसा, 1972, पेज 87-89।
- ↑ इब्ने तैफूर, बलाग़ात अल-निसा, 1972, पेज 87-89।
- ↑ ज़ेरकेली, अल-आलाम, 1989, खंड 1, पृष्ठ 26।
स्रोत
- इब्ने तैफूर, अहमद, बलाग़ात अल-निसा, बेरूत, 1972।
- अमीन, सय्यद मोहसिन, आयान अल-शिया, हसन अमीन द्वारा शोध, बेरूत, दार अल-तआरुफ़ लिल मतबूआत, 1403 हिजरी।
- हसन, मोहम्मद और मशकूर, उम्म अली, आलाम अल नेसा अल मोमिनात, तेहरान, उसवह, 1421 हिजरी।
- ज़ेरकेली, खैर अल-दीन, अल-आलाम, बेरूत, दार अल-आलम लिल मलाइन, 1989।