सईदा (इमाम सादिक़ (अ) की दासी)
पूरा नाम | सईदा (इमाम सादिक़ (अ) की दासी) |
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गतिविधियां | सईदा (इमाम सादिक़ (अ) की दासी), शिया कथा वाचक, |
सईदा (अरबी:سعيدة خادمة الإمام الصادق (عليه السلام)) एक पढ़ी लिखी महिला और दासी थीं जिन्हे इमाम सादिक़ (अ) ने आज़ाद कर दिया था और वह इमाम (अ) के नज़दीक सम्मान रखती थीं।[१] सय्यद मोहसिन अमीन के अनुसार, वह वही सईदा हो सकती हैं जो इमाम मूसा काज़िम (अ.स.) के सहाबियों में से थीं।[२] अब्दुल्लाह ममक़ानी उन्हें इमामिया मज़हब का अनुयाई मानते है।[३] मुहम्मद बिन उमर कश्शी ने उनकी प्रशंसा में इमाम रज़ा (अ) से एक रिवायत सुनाई है।[४]
शिया रेजाल शास्त्र की किताबों में हदीस के वर्णनकर्ताओं (रावियों) में उनका उल्लेख है।[५] उन्होंने इमाम सादिक़ (अ) से हदीस सुनी है।[६]
फ़ुटनोट
- ↑ तूसी, इख्तेयार मारिफ़त अल-रेजाल, 1404 हिजरी, खंड 5, पृष्ठ 662; अमीन, आयान अल-शिया, 1406 हिजरी, खंड 7, पृष्ठ 262।
- ↑ अमीन, आयान अल-शिया, 1406 हिजरी, खंड 7, पृष्ठ 262।
- ↑ ममक़ानी, तंक़ीह अल-मक़ाल, 1352, खंड 3, पृष्ठ 80।
- ↑ तूसी, इख्तेयार मारिफ़त अल-रेजाल, 1404 हिजरी, खंड 5, पृष्ठ 662; अमीन, आयान अल-शिया, 1406 हिजरी, खंड 7, पृष्ठ 262।
- ↑ अर्दाबेली, जामेअ अल-रोवात, 1403 हिजरी, खंड 2, पृष्ठ 458; क़हपाई, मजमा अल-रेजाल, खंड 7, पृष्ठ 175; एस्ट्राबादी, मन्हज अल-मक़ाल, 1306 हिजरी, पृष्ठ 400।
- ↑ तूसी, इख्तेयार मारिफ़त अल-रेजाल, 1404 हिजरी, खंड 5, पृष्ठ 662; अमीन, आयान अल-शिया, 1406 हिजरी, खंड 7, पृष्ठ 262।
स्रोत
- अर्दाबेली ग़रवी, मुहम्मद बिन अली, जामेअ अल-रोवात, बेरूत, दार अल-अज़वा, 1403 हिजरी/1983 ई.
- ममक़ानी, अब्दुल्लाह बिन मुहम्मद बिन हसन, तंक़ीह अल-मक़ाल फ़ी इल्म अल-रेजाल, नजफ़, 1352।
- क़हपाई, इनायतुल्लाह बिन अली, मजमा अल रेजाल, इस्माइलियन प्रेस इंस्टीट्यूट, क़ुम।
- उस्तुराबादी, मिर्जा महदी बिन मुहम्मद, मनहज अल-मक़ाल (अल-रेजाल अल-कबीर), आग़ा मुहम्मद बाक़िर बेहबहानी का निलंबन, संगी छपाई, 1306 हिजरी।
- अमीन, मोहसिन, आयान अल-शिया, दार अल-तआरुफ़ लिल मतबूआत, बेरूत, 1986-1406 हिजरी।
- तूसी, मुहम्मद बिन हसन, इख्तियार अल-मारिफा अल-रेजाल, जिसे अल-रेजाल अल-कश्शी के नाम से जाना जाता है, मीर दमदी अल-उस्त्राबादी द्वारा संपादित, क़ुम, आल-अल-बैत संस्थान, 1404 हिजरी ।