13 रमज़ान
(13 रमज़ान उल मुबारक से अनुप्रेषित)
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हिजरी कालक्रम |
13 रमज़ान पारंपरिक हिजरी चंद्र कैलेंडर में वर्ष का 249वाँ दिन है।
- इमाम सादिक़ (अ) की एक हदीस के अनुसार 13 रमज़ान की रात्रि को हज़रत ईसा (अ) पर इंजील का अवतरण
- 95 हिजरी, उमय्या काल के दौरान इराक और हेजाज़ के शासक और शियो का कट्टर दुश्मन हज्जाज बिन युसुफ़ सक़फ़ी की मृत्यु
- 985 हिजरी, सफ़वी शासक शाह इस्माईल द्वितीय की मृत्यु
- 1328 हिजरी, शिया हकीम, दार्शनिक, न्यायविद और रहस्यवादी जहाँगीर ख़ान क़शक़ाई का निधन (12 सितम्बर, 1910 ईस्वी)
- 1340 हिजरी, शिया मरज ए तक़लीद सय्यद अली हुसैनी सीस्तानी के दादा सय्यद अली सीस्तानी का निधन (10 मई, 1922 ईस्वी)
इस दिन के लिए रमज़ान के सभी दिनों के साझा आमाल के अलावा कुछ विशेष दुआएँ और आमाल भी बयान हुए है:
रमज़ान के तेरहवें दिन के विशेष आमाल और दुआ | ||||||||||
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तेरहवीं रात के आमाल | • ग़ुस्ल
• चार रक्अत नमाज़ जिसकी प्रत्येक रक्अत मे सूर ए हम्द के बाद 25 बार सूर ए तौहीद पढ़े। • दो रक्अत नमाज़ पढ़े जिसकी प्रत्येक रक्अत मे सूर ए हम्द के बाद सूर ए यासीन और सूर ए मुल्क पढ़े। | |||||||||
नमाज़ | चार रक्अत नमाज़ (दो रक्अती दो नमाज), जिसकी प्रत्येक रक्अत मे सूर ए हम्द के बाद 25 बार सूर ए तौहीद | |||||||||
तेरहवें दिन की दुआ |
(हे परमात्मा! मुझे इसमे गंदगी और कसाफ़त से पवित्र कर दे, और मुझे)
(धैर्य प्रदान कर, ब्रहमाण के कज़ा व क़द्र पर मुझे तौफ़ीक़ दे दे)
(तक़वे की और नेक लोगो की संगत की अपनी मदद से हे मिसकीनो की आंखो की ठंडक) |
सय्यद इब्ने ताऊस ने इक़बाल अल आमाल नामक किताब मे इस दिन के लिए और अधिक दुआएं नक़्ल की है।