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12 रमज़ान

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हिजरी कालक्रम

12 रमज़ान पारंपरिक हिजरी चंद्र कैलेंडर में वर्ष का 248वाँ दिन है।



इस दिन के लिए रमज़ान के सभी दिनों के साझा आमाल के अलावा कुछ विशेष दुआएँ और आमाल भी बयान हुए है:

रमज़ान के बारहवें दिन के विशेष आमाल और दुआ
नमाज़ आठ रक्अत नमाज़ (दो रक्अती चार नमाज़), जिसकी प्रत्येक रक्अत मे सूर ए हम्द के बाद 30 बार सूर ए इन्ना अंज़लना
बारहवें दिन की दुआ
َاَللّهُمَّ زَینِّی فِیهِ بِالسِّتْرِ وَ الْعَفَافِ
अल्लाहुम्मा ज़य्येनी फ़ीहे बिल सितरे वल अफ़ाफ़े



(ऐ परमात्मा मुझे इस दिन पर्दापोशी और पवित्रता से सुसज्जित कर)

وَ اسْتُرْنِی فِیهِ بِلِبَاسِ الْقُنُوعِ وَ الْکفَافِ
वस्तुरनी फ़ीहे बे लिबासिल क़ुनूए वल कफ़ाफ़े



(और मुझको संतोष और पर्याप्ता के वस्त्र पहना कर मुझ़े छिपा ले)

وَ احْمِلْنِی فِیهِ عَلَی الْعَدْلِ وَ الْإِنْصَافِ
वहमिलनी फ़ीहे अलल अदले वल इंसाफ़े



(और मुझे न्याय के कठघरे मे खड़ा कर)

وَ آمِنِّی فِیهِ مِنْ کلِّ مَا أَخَافُ
व आमिन्नी फ़ीहे मिन कुल्ले मा अख़ाफ़ो



(मुझे हर उस चीज़ से सुरक्षित कर दे जिस से मै डरता हूं)

بِعِصْمَتِک یا عِصْمَةَ الْخَائِفِینَ
बेइस्मतेका या इस्मतल ख़ाऐफ़ीन



(अपनी सुरक्षा के माध्यम से डरने वालो को बचाने वाले)

सय्यद इब्ने ताऊस ने इक़बाल अल आमाल नामक किताब मे इस दिन के लिए और अधिक दुआएं नक़्ल की है।

फ़ुटनोट

  1. 1. कुलैनी, अल काफ़ी, 1407 हिजरी, भाग 4, पेज 157

स्रोत

  • कुलैनी, मुहम्मद बिन याक़ूब, अल काफ़ी, तेहरान, दार अल कुतुब अल इस्लामीया, 1407 हिजरी