5 रमज़ान
5. शाबान | 6. रमज़ान | 7. शव्वाल | ||||
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हिजरी कालक्रम |
8 रमज़ान पारंपरिक हिजरी चंद्र कैलेंडर में वर्ष का 244वाँ दिन है।
- वर्ष1236 हिजरी, रेजाली, फ़क़ीह और उसूली मुल्ला अली अलियारी का जन्म
- वर्ष 1439 हिजरी, उरूमीया के इमामे जुमा और आज़रबाइजान मे वली फ़क़ीह के पूर्व प्रतिनिधि ग़ुलाम रज़ा हसनी का निधन (21 मई, 2018 ईस्वी)
इस दिन के लिए रमज़ान के सभी दिनों के साझा आमाल के अलावा कुछ विशेष दुआएँ और आमाल भी बयान हुए है:
रमज़ान के पांचवें दिन के विशेष आमाल और दुआ | |||||||||||||
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नमाज़ | दो रक्अत नमाज़, जिसकी प्रत्येक रक्अत मे सूर ए हम्द के बाद 50 बार सूर ए तौहीद और नमाज़ के बाद 100 बार सलवात | ||||||||||||
पांचवें दिन की दुआ |
(ऐ परमात्मा आज के दिन मुझे पश्चताप करने वाले मे क़रार दे)
(और मुझे आज के दिन तेरी आज्ञा का पालन करने वाले नेक बंदो मे क़रार दे)
(और मुझे आज के दिन अपने सबसे निकट मित्रो मे से क़रार दे)
(अपनी कृपा से हे सबसे बड़ी दया करने वाले) |
सय्यद इब्ने ताऊस ने इक़बाल अल आमाल नामक किताब मे इस दिन के लिए और अधिक दुआएं नक़्ल की है।