4 रमज़ान
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हिजरी कालक्रम |
4 रमज़ान पारंपरिक हिजरी चंद्र कैलेंडर में वर्ष का 240वाँ दिन है।
- 53 हिजरी, मुआविया और उबैदुल्लाह बिन ज़्याद सीनियर के एजेंट ज़्याद बिन अबीह की मृत्यु
- 666 हिजरी, मुसलमानों द्वारा क्रुसेडर्स से अन्ताकिया पर पुनः कब्ज़ा
- 1325 हिजरी, मिर्ज़ा शिराज़ी के शिष्य, फ़क़ीह मिर्ज़ा हुसैन अली तेहरानी का निधन (11 अक्टूबर, 1907 ईस्वी)
- 1413 हिजरी, क़ुम मे स्थित शिया मरज ए तक़लीद मिर्ज़ा हाशिम आमोली का निधन (26 फ़रवरी, 1993 ईस्वी)
- 1428 हिजरी, शिया जीवनी लेखक और इतिहासकार अल्लामा सय्यद मुर्तज़ा अस्करी का निधन (16 सितम्बर, 2007 ईस्वी)
- 1302 हिजरी, सूडान मे महदवीयत के दावेदार महदी सूडानी की मृत्यु
इस दिन के लिए रमज़ान के सभी दिनों के साझा आमाल के अलावा कुछ विशेष दुआएँ और आमाल भी बयान हुए है:
रमज़ान के चौथे दिन के विशेष आमाल और दुआ | ||||||||||||||||
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नमाज़ | आठ रक्अत नमाज़, प्रत्येक रक्अत मे सूर ए हम्द के बाद 20 बार इन्ना अंज़लना पढ़े। | |||||||||||||||
चौथे दिन की दुआ |
(ऐ परमात्मा आज के दिन मुझे तेरी आज्ञा का पालन करने की शक्ति प्रदान कर)
(और मुझे इस दिन अपने ज़िक्र की मिठास का स्वाद प्रदान कर)
(और आज के दिन मुझे तेरा धन्यवाद करने का अवसर दे)
(और मुझे अपनी पर्दापोशी और देखभाल मे सुरक्षित रख)
(हे देखने वालो मे सर्वाधिक तेज देखने वाली ज़ात) |
सय्यद इब्ने ताऊस ने इक़बाल अल आमाल नामक किताब मे इस दिन के लिए और अधिक दुआएं नकल की है।