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17 रमज़ान

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हिजरी कालक्रम

17 रमज़ान पारंपरिक हिजरी चंद्र कैलेंडर में वर्ष का 253वाँ दिन है।



इस दिन के लिए रमज़ान के सभी दिनों के साझा आमाल के अलावा कुछ विशेष दुआएँ और आमाल भी बयान हुए है:

रमज़ान के सतरहवें दिन के विशेष आमाल और दुआ
नमाज़ दो रक्अत नमाज़ जिसकी पहली रक्अत मे सूर ए हम्द के बाद कोई भी सूरा पढ़े और दूसरी रकअत मे सूर ए हम्द के बाद 100 बार तौहीद और सलाम के बाद 100 बार (ला इलाहा इल लल्लाह)
सतरहवें दिन की दुआ
اَللّهُمَّ اهْدِنِی فِیهِ لِصَالِحِ الْأَعْمَالِ
अल्लाहुम्मा एहदेनी फ़ीहे लेसालेहिल आमाले



(हे परमात्मा! इसमे अच्छे कर्मो के लिए इसमे मेरा मार्गदर्शन कर )

وَ اقْضِ لِی فِیهِ الْحَوَائِجَ وَ الْآمَالَ
व इक़्ज़े ली फ़ीहिल हवाएज़ा वल आमाला



(और इसमे मेरी हाजतो और उम्मीदो को पूरा कर)

یا مَنْ لایحْتَاجُ إِلَی التَّفْسِیرِ وَ السُّؤَالِ
या मन ला यहताजो एलल तफसीरे वस सवाले



(हे वह ज़ात जिसे प्रश्न और विवरण की आवश्यकता नही)

یا عَالِماً بِمَا فِی صُدُورِ الْعَالَمِینَ
या आलेमन बेमा फ़ी सोदूरिल आलामीना



(हे परमात्मा!जो लोगो के दिलो मे छुपे रहस्यो का ज्ञानी है)

صَلِّ عَلَی مُحَمَّدٍ وَ آلِهِ الطَّاهِرِینَ
सल्ले अला मुहम्मदिव वा आले मुहम्मद



(मुहम्मद और उनके पवित्र परिवार वालो पर दुरूद भेज)

सय्यद इब्ने ताऊस ने इक़बाल अल आमाल नामक किताब मे इस दिन के लिए और अधिक दुआएं नकल की है।