12 रमज़ान
(12 रमज़ान अल मुबारक से अनुप्रेषित)
5. शाबान | 6. रमज़ान | 7. शव्वाल | ||||
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हिजरी कालक्रम |
12 रमज़ान पारंपरिक हिजरी चंद्र कैलेंडर में वर्ष का 248वाँ दिन है।
- 1 हिजरी, साथियों के बीच, और पैगंबर (स) और इमाम अली (स) के बीच भाईचारा अनुबंध समारोह का आयोजन
- 60 हिजरी, क़ैस बिन मुसहिर, अब्दुर रहमान अरहबी और उमारा सलूनी के माध्यम से कूफ़ीयो के 150 पत्रो का इमाम हुसैन (अ) तक पहुंचना
- 485 हिजरी, सल्जुक़ी दरबार के मंत्री और निज़ामी स्कूलों के संस्थापक ख्वाजा निज़ाम अल-मुल्क तूसी की हत्या
- 597 हिजरी, सुन्नी विद्वान, इतिहासकार और फ़क़ीह इब्ने जौज़ी का निधन
- 1312 हिजरी, न्यायविद्, मुहद्दिस, कवि और शेखिया अनुयायी मुहम्मद तकी ममक़ानी का निधन
- 1343 हिजरी, अंग्रोजो के खिलाफ़ जेहाद का फ़तवा देने वाले इराक़ी न्यायविद महदी ख़ालेसी का निधन (5 अप्रैल, 1925 ईस्वी)
- 1404 हिजरी, सय्यद अली क़ाज़ी तबातबाई के शिष्य, शिया रहस्यवादी सय्यद हाशिम हद्दाद का निधन (11 जून, 1984 ईस्वी)
- इमाम सादिक़ (अ) की एक हदीस के अनुसार 12 रमज़ान की रात्रि को हज़रत ईसा (अ) पर इंजील का अवतरण[१]
इस दिन के लिए रमज़ान के सभी दिनों के साझा आमाल के अलावा कुछ विशेष दुआएँ और आमाल भी बयान हुए है:
रमज़ान के बारहवें दिन के विशेष आमाल और दुआ | ||||||||||||||||
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नमाज़ | आठ रक्अत नमाज़ (दो रक्अती चार नमाज़), जिसकी प्रत्येक रक्अत मे सूर ए हम्द के बाद 30 बार सूर ए इन्ना अंज़लना | |||||||||||||||
बारहवें दिन की दुआ |
(ऐ परमात्मा मुझे इस दिन पर्दापोशी और पवित्रता से सुसज्जित कर)
(और मुझको संतोष और पर्याप्ता के वस्त्र पहना कर मुझ़े छिपा ले)
(और मुझे न्याय के कठघरे मे खड़ा कर)
(मुझे हर उस चीज़ से सुरक्षित कर दे जिस से मै डरता हूं)
(अपनी सुरक्षा के माध्यम से डरने वालो को बचाने वाले) |
सय्यद इब्ने ताऊस ने इक़बाल अल आमाल नामक किताब मे इस दिन के लिए और अधिक दुआएं नक़्ल की है।
फ़ुटनोट
- ↑ 1. कुलैनी, अल काफ़ी, 1407 हिजरी, भाग 4, पेज 157
स्रोत
- कुलैनी, मुहम्मद बिन याक़ूब, अल काफ़ी, तेहरान, दार अल कुतुब अल इस्लामीया, 1407 हिजरी