दो सौ पचास वर्षीय इंसान (किताब)
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| लेखक | आयतुल्लाह ख़ामेनेई |
|---|---|
| संपादक | मोअसस्से इमाने जेहादी(सहबा) |
| विषय | शिया इमामों के राजनीतिक जीवन |
| शैली | ऐतिहासिक-विश्लेषणात्मक |
| भाषा | फ़ारसी |
| प्रकाशक | मरकज़े सहबा (मोअसस्से जेहादी) |
| प्रकाशन का स्थान | तेहरान |
| प्रकाशन तिथि | भाग 2-1390(श), भाग 3-1398(श) |
| सेट | 3 भाग |
| अन्य भाषाओं में अनुवाद | अरबी, अंग्रेजी, फ्रेंच, हौसा, कुर्द, इस्तांबुल की तुर्की, जर्मन, उर्दू और आज़री |
| पुस्तक का नाम | 250 वर्षीय इंसान (भाग-2) |
| अनुवादक | अहमद सामि वहबी (अरबी) |
250 वर्षीय इंसान (फ़ारसी: انسان ۲۵۰ ساله) एक किताब है जिसमें शिया इमामों के राजनीतिक जीवन के बारे में ईरान के इस्लामी गणराज्य के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई के भाषणो के कुछ हिस्से हैं। इस पुस्तक का केंद्रीय दृष्टिकोण 250 वर्षीय इंसान के सिद्धांत पर आधारित है, जो स्पष्ट अंतर के बावजूद शिया इमामों के जीवन को एक सतत आंदोलन मानता है जो पैग़म्बर (स) के स्वर्गवास के क्षण से शुरू होता है और 250 वर्षों तक 260 हिजरी तक जारी है, और इन सभी वर्षों में, उन्होंने एक इस्लामी सरकार बनाने की मांग की है।
पुस्तक की सामग्री अप्रैल 1980 और फ़रवरी 2011 के बीच ईरान के नेता के भाषणों से चुनी गई है। प्रकाशन के कुछ समय बाद, पुस्तक की सामग्री को एक नई श्रेणी के साथ प्रकाशित किया गया जिसमे आयतुल्लाह ख़ामेनई के अन्य भाषणों से सामग्री को जोड़ा गया और हलक़ा ए अव्वल और हलक़ा ए सेव्वुम शीर्षक के साथ प्रकाशित किया गया है।
250 वर्षीय इंसान किताब फ़ारसी भाषा में लिखी गई थी और इसका मूल पाठ 85 से अधिक बार पुनर्मुद्रित हो चुका है। और इस पुस्तक का विभिन्न भाषाओं में अनुवाद भी हो चुका है।
स्थिति और महत्व
250 वर्षीय इंसान किताब में ईरान के इस्लामी गणराज्य के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह ख़ामेनई के भाषण, मराज ए कराम के दृष्टिकोणो को शामिल किया गया हैं, जो 250-वर्षीय व्यक्ति के सिद्धांत के बारे में है, ईरान की इस्लामी क्रांति के वर्षों पहले और ईरानी लोगों के संघर्ष के दौरान पहलवी सरकार के खिलाफ जिस पर उन्होंने आपत्ति जताई थी।[१] किताब फ़ारसी भाषा में कई बार छप चुकी है और दस से अधिक भाषाओं में अनुवाद हो चुका है।[२] इसके अलावा, ईरान में प्रशिक्षण पाठ्यक्रम[३] और प्रतियोगिताओं[४] का आयोजन इसी पर ध्यान केंद्रित करने के साथ किया जाता है।
यमन के फ्यूचर ऑफ जस्टिस मूवमेंट के महासचिव सैय्यद हसन अली अल-एमाद के अनुसार, इस पुस्तक ने यमन में जेहाद और संघर्ष के प्रति शियों की मानसिकता और दृष्टिकोण को बदल दिया है।[५]
किताब का नाम
250 वर्षीय इंसान शिया इमामों की इमामत की 250 साल की अवधि को वर्ष 11 हिजरी में पैग़म्बर (स) के स्वर्गवास से लेकर वर्ष 260 हिजरी में ग़ैबत सुग़रा (लघु गुप्तकाल) की शुरुआत तक संदर्भित करता है, जिसे आयतुल्लाह ख़ामेनेई 250 वर्षीय इंसान के जीवन वाले व्यक्ति के रूप में मानते है।[६]
विषय और दृष्टिकोण
250 वर्षीय इंसान किताब की प्रस्तावना में जो कहा गया है, उसके अनुसार इस पुस्तक में कई सामान्य दृष्टिकोण हैं:
- शिया इमाम न केवल अकादमिक, धार्मिक और मौखिक रूप से लड़ते थे; बल्कि उनका निरंतर जीवन राजनीतिक रुझान से जुड़ा रहा है।[७]
- मासूम इमामों का व्यक्तित्व, दृष्टिकोण, लक्ष्य और दिशा एक ही थी। अल्लाह के रसूल (स) के स्वर्गवास के क्षण से वर्ष 260 हिजरी तक, वे एक इस्लामी सरकार बनाने की कोशिश कर रहे थे।[८]
- इमामों ने सशस्त्र संघर्ष नहीं चाहा; बेशक, उन्होंने सशस्त्र संघर्ष लड़ने वालों को पूरी तरह से दोष नहीं दिया, लेकिन वे स्वयं इसमें शामिल नहीं हुए।[९]
अध्याय और व्यवस्था
250 वर्षीय इंसान नामक पुस्तक एक संदर्भ, एक प्रस्तावना और 17 अध्याय पर आधारित हैं।
- पहला अध्याय: पैगंबर (स)
- दूसरा अध्याय: इमामत
- तीसरा अध्याय: अमीरुल मोमिनीन (अ)
- चौथा अध्याय: हज़रत फ़ातिमा ज़हरा (स)
- पांचवा अध्याय: इमाम हसन (अ)
- छठा अध्याय: इमाम हुसैन (अ)
- सातवां अध्याय: ज़ैनब कुबरा और कर्बला के राजदूतों का आंदोलन
- आठवां अध्याय: कर्बला की घटना के बाद की सामाजिक और राजनीतिक परिस्थितियाँ
- नवां अध्याय: इमाम सज्जाद (अ)
- दसवां अध्याय: इमाम बाक़िर (अ): बौद्धिक और संगठनात्मक विकास का युग
- ग्यारहवा अध्याय: उमय्या शासन का अंत और इमाम सादिक़ (अ) की इमामत
- बारहवां अध्याय: इमाम सादिक़ (अ)
- तेरहवां अध्याय: छिपे हुए संगठन
- चौदहवां अध्याय: इमाम काज़िम (अ)
- पंद्रहवां अध्याय: इमाम रज़ा (अ)
- सौलहवां अध्याय: इमाम मुहम्मद तक़ी (अ), इमाम अली नक़ी (अ) और इमाम हसन अस्करी (अ)
- सतरहवां अध्याय: 250 वर्षीय इंसान के आंदोलन का अंत
प्रकाशन और अनुवाद
250 वर्षीय इंसान नामक किताब 1390 शम्सी में सोहबा सेंटर प्रकाशन द्वारा 375 पृष्ठों में प्रकाशित की गई[१०] और 1399 शम्सी के अंत तक 85 बार पुनर्मुद्रित किया गया।[११] इस किताब का अरबी, अंग्रेजी, उर्दू, आज़ेरी, कुर्द, तुर्की, हिंदी, सिंधी, जर्मन, थाई[१२] हौसा और फ्रेंच जैसी विभिन्न भाषाओं में अनुवाद हो चुका है।[१३]
इस किताब का अरबी मे अहमद सामी वाहबी द्वारा "अहले-बैत इंसान बेउमर 250 आम" के शीर्षक से अनुवाद किया गया है, जिसे 1436 हिजरी में बेरूत में दारुल विला पब्लिशिंग हाउस द्वारा 398 पृष्ठों में प्रकाशित किया गया।[१४]
1398 शम्सी में पाठको के प्रकार की श्रेणी के आधार पर 250 वर्षीय इंसान किताब के पूरक हलकों का डिज़ाइन प्रकाशित किया गया।[१५] इस डिज़ाइन में आयतुल्लाह ख़ामेनई के 1396 शम्सी तक दिए गए अन्य 600 भाषणों का उपयोग करके दो और कार्यों की रचना की गई।[१६]
पूरक चक्र (हल्क़े-ए तकमीली)

सन् 2019 में, किताब दो सौ पचास वर्षीय इंसान के पूरक चक्रों (हल्क़े-ए तकमीली) की योजना, पाठकों के स्तर के आधार पर प्रकाशित की गई। [१७]इस योजना में, आयतुल्लाह ख़ामेनेई के सन् 2017 तक के 600 अतिरिक्त भाषणों का उपयोग करके दो नए ग्रंथ तैयार किए गए:[१८]
- पहला चक्र: मूल किताब (2011 में प्रकाशित) के आधार पर, किशोरों के लिए तैयार किया गया। इसमें चित्रात्मक उदाहरण शामिल हैं।[१९]
- तीसरा चक्र: पहले और दूसरे चक्रों को पूरा करने के उद्देश्य से, शोधकर्ताओं और इमामों (अ) के जीवन के गहन अध्ययन में रुचि रखने वालों के लिए 900 पृष्ठों में प्रकाशित किया गया। इसमें 260 भाषण शामिल हैं और ऐतिहासिक घटनाओं का विस्तृत विश्लेषण प्रस्तुत किया गया है।[२०] इस चक्र (हल्क़े) के अध्यायों के शीर्षक इस प्रकार हैं:
- मौन और सहयोग का दौर: पैग़म्बर (स) की वफ़ात से लेकर उस्मान की हत्या तक; मज़लूमियत के साथ प्रभुत्व का दौर: उस्मान की हत्या से इमाम हसन (अ) की सुल्ह तक
- अल्पकालिक रचनात्मक प्रयास का दौर: इमाम हसन (अ) की सुल्ह से इमाम हुसैन (अ) की शहादत तक
- दीर्घकालिक रचनात्मक प्रयास का दौर: इमाम हुसैन (अ) की शहादत से इमाम हसन अल-असकरी (अ) की शहादत तक।
सम्बंधित लेख
फ़ुटनोट
- ↑ ग़फ़्फ़ारी, अज़ नीमा ए ख़ुरदाद, 1398 शम्सी, पेज 74 ख़ामेनई, इंसान 250 साले, 1391 शम्सी, पेज 15
- ↑ इंसान 250 साले तबईने स्ट्राटेजी इमामान दर जिरयाने मुबारज़े सियासी, खबर गुज़ारी फार्स
- ↑ दौरा ए तरबीयते मुदर्रिस किताब (इंसान 250 साले) आग़ाज़ मी शवद, खबर गुज़ारी हौजा
- ↑ मुसाबक़ा किताब खानी इंसान 250 साले बर गुज़ार मी शवद, इदारा ए कुल्ले फ़रहंग वा इरशाद इस्लामी उस्ताने तेहरान
- ↑ तौज़ी किताब आयतुल्लाह ख़ामेनई दर यमन, निगाहा रा तग़ीर दाद, खबर गुज़ारी तस्नीम
- ↑ इंसान 250 साले, 1390 शम्सी, पेज 16
- ↑ इंसान 250 साले, 1390 शम्सी, पेज 16-17
- ↑ इंसान 250 साले, 1390 शम्सी, पेज 17-18
- ↑ इंसान 250 साले, 1390 शम्सी, पेज 17
- ↑ ख़ामेनेई, इंसान 250 साले, 139 शम्सी, पेज 4-5
- ↑ इंसान 250 साले तबईन तबईने स्ट्राटेजी इमामान दर जिरयाने मुबारज़े सियासी, खबर गुज़ारी फार्स
- ↑ इंसान 250 साले तबईन तबईने स्ट्राटेजी इमामान दर जिरयाने मुबारज़े सियासी, खबर गुज़ारी फार्स
- ↑ इंसान 250 साले बे उर्दू वा आज़ेरी, खबर गुज़ारी तस्नीम
- ↑ वहबी, अहले अल-बैत इंसान बेउमरे 250 आम, दार उल विला, बैरूत
- ↑ इंसान 250 साले चेगूने ख़ल्क़ शुद, खबर गुजारी तस्नीम
- ↑ इंसान 250 साले चेगूने ख़ल्क़ शुद, खबर गुजारी तस्नीम
- ↑ इंसान 250 साल, चेगूने ख़ल्क़ शुद, तसनीम समाचार एजेंसी।
- ↑ इंसान 250 साल, चेगूने ख़ल्क़ शुद, तसनीम समाचार एजेंसी।
- ↑ इंसान 250 साले, हलका ए सेव्वुम, 1398 शम्सी, पेज10।
- ↑ इंसान 250 साल, चेगूने ख़ल्क़ शुद, तसनीम समाचार एजेंसी।
- ↑ इंसान 250 साले, हलका ए सेव्वुम, 1398 शम्सी, पेज10।
स्रोत
- इंसान 250 सालेः बयानाते मक़ामे मोअज़्ज़मे रबहरी दरबारे जिंगदी सियायी-मुबारेज़ाती आइम्मा ए मासूमीन, तेहरान, मरकज़े सुबहा, 1390 शम्सी
- इंसान 250 साले तबईन तबईन तबईने स्ट्राटेजी इमामान दर जिरयाने मुबारज़े सियासी, खबर गुरजारी फारस, प्रकाशन 11 आज़र 1399 शम्सी, विजीट 4 उर्दिबहिश्त 1401 शम्सी
- इंसान 250 साले चेगूने ख़ल्क़ शुद, खबर गुजारी तस्नीम, प्रकाशन 11 दय 1396 शम्सी, विजीत 4 उर्दिबहिश्त 1401 शम्सी
- तौज़ी ए किताब आयतुल्लाह ख़ामेनई दर यमन, निगाहा रा तग़ीर दाद, खबर गुजारी तस्नीम, प्रकाशन 17 मेहेर 1395 शम्सी, विजीट 4 उर्दिबहिश्त 1401 शम्सी
- खामेनई, सय्यद अली, इंसान 250 साले , मरकज़े सबहा, 1391 शम्सी
- दौरा ए तरबियते मुदर्रिस किताब, इंसान 250 साले, आगाज़ मी शवद, खबर गुजारी हौज़ा, प्रकाशन 4 मेहेर 1398 शम्सी, विजीट 4 उर्दिबहिश्त 1401 शम्सी
- ग़फ़्फ़ारी, मुस्तफ़ा, अज़ नीमा ए ख़ुरदाद, मोअस्सेसा पुज़ूहिशि फ़रहंगी इंक़ेलाबे इस्लामी, 1398 शम्सी
- मुसाबक़ा किताब ख़ानी इंसान 250 साले बरगुजार मी शवद, इदारा ए कुल्ले फ़रहंग वा इरशाद इस्लामी उस्ताने तेहारन, प्रकाशन 20 आबान 1398 शम्सी, विजीट 4 उर्दिबहिश्त 1401 शम्सी