तसहीह अल ऐतेक़ादात (पुस्तक)

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तसहीह अल ऐतेक़ादात अल-इमामिया या तसहीह अल-ऐतेक़ाद, शेख़ मुफ़ीद (मृत्यु 413 हिजरी) द्वारा लिखी गई धर्म शास्त्र पर एक किताब है। यह पुस्तक शेख़ सदूक़ द्वारा लिखित पुस्तक "अल-ऐतेक़ादात" का विवरण और आलोचना है। शेख़ सदूक़ के विपरीत, जिन्होने अपनी बहस को साबित करने के लिए केवल क़ुरआन की आयतों और हदीसों पर भरोसा किया है, शेख़ मुफ़ीद ने तर्कसंगत पद्धति का भी इस्तेमाल किया है।

बदा, क़ब्र में सवाल, क़ज़ा व क़द्र, अर्श का अर्थ, रजअत का अर्थ और रहस्योद्घाटन के प्रकट होने का तरीक़ा, किताब के मसलों में से हैं। इस किताब तसहीहुल ऐतेक़ाद में, शेख़ मोफिद की शेख़ सदूक़ की मुख्य आलोचना यह है कि उनके यहाँ मान्यताओं (अक़ीदे) को साबित करने और क़ुरआन की आयतों और हदीसों की व्याख्या करने में पर्याप्त तर्कसंगत सटीकता नहीं है।

इस्लामी देश ईरान के पार्लियामेंट और आस्तान कुद्स रज़वी के पुस्तकालयों में तसहीह अल-ऐतेक़ाद की कई पांडुलिपियाँ मौजूद हैं। यह पुस्तक कई बार प्रकाशित हुई है और इसका फ़ारसी में अनुवाद भी किया गया है।

लेखक

मुख्य लेख: शेख़ मुफ़ीद

मुहम्मद बिन मुहम्मद बिन नोमान, जिन्हें शेख़ मुफ़ीद के नाम से जाना जाता है, चौथी और पांचवीं चंद्र शताब्दी में शिया इसना अशरी विद्वानों में से एक हैं। [१] वह शेख़ सदूक़ के छात्रों में से एक थे, और सय्यद रज़ी, सय्यद मुर्तज़ा और शेख़ तूसी उनके छात्रों में से थे। [२]

शेख़ तूसी ने उन्हें धर्मशास्त्र और न्यायशास्त्र के ज्ञान में उच्च स्थान दिया है। [३] इब्न नदीम ने उन्हें शिया धर्मशास्त्र के पिता के रूप में भी पेश किया है। [४]

न्यायशास्त्र में अल-मुक़नआ, धर्म शास्त्र में अवायल अल-मक़ालात और शिया इमामों की जीवनियों के बारे में किताब अल-इरशाद शेख़ मुफ़ीद के सबसे प्रसिद्ध कार्यों में से हैं। [५]

अल ऐतेक़ादात पुस्तक का विवरण

तसहीह अल ऐतेक़ादात पुस्तक शेख़ सदूक़ द्वारा लिखित किताब अल ऐतेक़ादात या ऐतेक़ादात अल इमामिया की पुस्तक पर एक टिप्पणी है, जिसमें शिया इमामिया की सबसे महत्वपूर्ण मान्यताओं का वर्णन किया गया हैं। [६] जैसा कि तसहीह अल ऐतेक़ादात के शीर्षक से स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है, शेख़ मोफ़ीद का प्रयास शिया इमामिया की मान्यताओं के बारे में अपने गुरु शेख़ सदूक़ के विचारों की आलोचना करना और उन्हें सही करना था। [७] शेख़ सदूक़ ने अल-ऐतेक़ादात किताब में शियों की मान्यताओं को साबित करने के लिए क़ुरआन की आयतों और हदीसों की मदद ली है। लेकिन शेख़ मुफ़ीद ने इस पुस्तक के विवरण में बौद्धिक पद्धति का भी उपयोग किया है। [८]

तसहीहुल-ऐतेक़ाद पुस्तक की खूबियों और विशेषताओं में, यह माना जाता है कि इसमें शिया धर्मशास्त्र के विचार के दो अलग-अलग तरीक़ों को दर्शाया गया है: एक वह तरीक़ा जो तर्कसंगत तर्कों पर ध्यान नहीं देता है और हदीसों पर आधारित है, और दूसरा वह स्कूल जो अक़्ल को मानता है और उसे शरीयत के नज़रिए से वैध मानता है। [९]

पुस्तक की सामग्री

शेख़ मुफ़ीद ने किताब तसहीह अल ऐतेक़ादात में कई बार शेख़ सदूक़ की आलोचना की है कि, हदीस के विद्वानों की तरह, वह तर्कसंगत तर्कों (अक़्दी इस्तिदलाल) को नज़र अंदाज करते हैं और केवल हदीसों पर भरोसा करते हैं। [१०] इस पुस्तक में शेख़ सदूक़ के प्रति शेख़ मुफीद की कुछ आपत्तियाँ यह हैं: क़ुरआन की आयतों की ग़लत व्याख्या, सही हदीसों का उल्लेख न करना, क़ुरआन और हदीसों में मौजूद कुछ शब्दों के सही अर्थ की उपेक्षा करना, हदीसों को समझने में अहले-हदीस की पद्धति का पालन करना, इसका मतलब हदीसों के अर्थ में पर्याप्त तर्कसंगत प्रयास की कमी है। [११]

पुस्तक का पहला लेख इस आयत يَوْمَ يُكْشَفُ عَنْ سَاقٍ (जिस दिन काम, परिश्रम और मुक्ति कठिन होगी।) की व्याख्या के लिए समर्पित है। आयत की व्याख्या में, शेख़ मुफ़ीद ने कहा कि पुनरुत्थान (क़यामत) के दिन, एक बड़े और कठिन विषय से पर्दा उठेगा, और वह कार्यों का लेखा-जोखा और उनके लिए इनाम और सज़ा है, और इसी तरह से यह रहस्यों के रहस्योद्घाटन और अंदरूनी प्रकटीकरण का दिन भी है। [१२]

विशेष टिप्पणियाँ

  • शेख़ मुफ़ीद का मानना ​​है कि तिब, बीमारी और दवा की हक़ीक़त की पहचान करना है, जिसे ईश्वर के अलावा किसी से प्राप्त नहीं किया जा सकता है। डॉक्टरों ने इस विज्ञान को पैग़म्बरों से सीखा है, और पैग़म्बरों ने इसे ईश्वर से रहस्योद्घाटन के माध्यम से प्राप्त किया है, और इमामों (अ.स.) की हदीसें भी इस विज्ञान की व्याख्या करती हैं। [१३]
  • पैग़म्बरों की अचूकता और इमामों की अचूकता के बारे में शेख़ मुफ़ीद कहते हैं कि पैग़म्बरी और इमामत के पद के बाद उनमें अचूकता होती है। लेकिन इस स्थिति तक पहुंचने से पहले अचूकता का कोई प्रमाण नहीं है और इस बारे में वह तवक्क़ुफ़ (राय व्यक्त नही करते) करते हैं। [१४]
  • शिया इमामों की शहादत के संबंध में, शेख़ मोफिद का मानना ​​​​है कि इमाम अली (अ), इमाम हसन (अ), इमाम हुसैन (अ) और इमाम मूसा काज़िम (अ) निश्चित रूप से शहीद हुए थे, और इमाम रज़ा (अ) के बारे में मज़बूत कथन यह है वह भी शहीद हुए हैं लेकिन अन्य इमामों के मामले में, उनकी शहादत का कोई सबूत नहीं है। [१५]

पुस्तक की संरचना

किताब तसहीह अल ऐतेक़ादात को 28 अध्यायों में व्यवस्थित किया गया है। इसके कुछ अध्याय इस प्रकार हैं:

पुस्तक की पांडुलिपियाँ

तसहीह अल-ऐतेक़ाद किताब की कई पांडुलिपियां हैं, जिनके आधार पर किताब छपी थी। उनमें से कुछ यह हैं:

  • इस्लामी पार्लियामेंट पुस्तकालय संस्करण। यह संस्करण 1080 हिजरी में लिखे गए संस्करण से 1354 हिजरी में हसन बिन मोहम्मद ख़याबानी तबरेज़ी के द्वारा लिखा गया था।
  • आस्ताने क़ुद्से रज़वी पुस्तकालय संस्करण। यह संस्करण 1079 हिजरी क़मरी में मुस्तफ़ा क़ुली हुसैनी क़ज़विनी द्वारा लिखा गया था।
  • आस्तान क़ुद्स रज़वी की लाइब्रेरी का दूसरा संस्करण। यह संस्करण वर्ष 1042 हिजरी में शाह मुहम्मद बिन ज़ैन अल-आब्दीन की लिखावट में लिखा गया था। [१७]

अनुवाद एवं मुद्रण

पुस्तक "तसहीह अल ऐतेक़ाद" का फ़ारसी में अनुवाद और प्रकाशन सय्यद अली मुदर्रसी यज़्दी द्वारा 1371 हिजरी में किया गया था। तसहीह अल-ऐतेक़ाद के कुछ अन्य संस्करण निम्न लिखित हैं:

  • 1363 शम्सी में सय्यद हेबतुद्दीन शहरिश्तानी द्वारा एक परिचय और नोट्स के साथ रज़ी प्रकाशन द्वारा प्रकाशित।
  • 1371 शम्सी में शेख़ मुफ़ीद की स्मृति में कांग्रेस का प्रकाशन, हुसैन दरगाही के शोध और सैय्यद हुबतुद्दीन शहरिश्तानी के परिचय और नोट्स के साथ।
  • वर्ष 1387 शम्सी में मोहम्मद रज़ा जाफ़री के परिचय के साथ, फ़रहंगे जाफ़री संस्थान द्वारा प्रकाशित।

फ़ुटनोट

  1. शुबैरी, "गुज़री बर हयाते शेख़ मोफिद", 1372, पृ. 7, 8, 39।
  2. गुर्जी, तारीख़े फ़िक़ह व फ़ुक़हा, 1385, पृष्ठ 143 और 144।
  3. तूसी, अल-फ़हरिस्त, 1417 हिजरी, पृष्ठ 238।
  4. इब्न नदीम, अल-फ़हरिस्त, 1350, पृष्ठ 226 और पृष्ठ 247।
  5. गुर्जी, तारीख़े फ़िक़ह व फ़ुक़हा, 1385, पृष्ठ 143-144।
  6. इस्बाती, "बर्रसी ए आराए कलामी शेख़ सदूक़ व मुक़ायेसए आन बा आराए शेख़ मोफिद", पेज। 47 और 48।
  7. तबताबाई, "बर्रसी ए किताब तसहीह अल ऐतेक़ाद शेख़ मुफीद", पृष्ठ 39।
  8. तबताबाई, "बर्रसी ए किताब तसहीह अल ऐतेक़ाद शेख़ मुफीद", पृष्ठ 39।
  9. तबताबाई, "बर्रसी ए किताब तसहीह अल ऐतेक़ाद शेख़ मुफीद", पृष्ठ 42।
  10. तबताबाई, "बर्रसी ए किताब तसहीह अल ऐतेक़ाद शेख़ मुफीद", पृष्ठ 42।
  11. तबताबाई, "बर्रसी ए किताब तसहीह अल ऐतेक़ाद शेख़ मुफीद",, पेज 39-42।
  12. शेख़ मोफिद, तसहीह ऐतेक़ाद अल इमामिया, 1371, पृष्ठ 28-29।
  13. शेख़ मोफ़ीद, मुसन्नेफ़ाते शेख़ मोफिद, तसहीह अल-ऐतेक़ाद, 1413 हिजरी, पृष्ठ 144।
  14. शेख़ मोफ़ीद, मुसन्नेफ़ाते शेख़ मोफिद, तसहीह अल-ऐतेक़ाद, 1413 हिजरी, पृष्ठ 130।
  15. शेख़ मोफ़ीद, मुसन्नेफ़ाते शेख़ मोफिद, तसहीह अल-ऐतेक़ाद, 1413 हिजरी, पृष्ठ 132।
  16. शेख़ मोफिद, तसहीह अल-ऐतेक़ाद, 1371 देखें।
  17. दरगाही, तसहीह अल-ऐतेक़ाद का परिचय, पृष्ठ 4-5।

स्रोत

  • इब्न नदीम, मुहम्मद बिन अबी याकूब इसहाक़, अल-फ़हरिस्त, शोध: रेज़ा तजद्दुद, तेहरान, बी टा, 1350 शम्सी।
  • इस्बाती, इस्माइल, "बर्रसी ए आराए कलामी शेख़ सदूक़ व मुक़ायेसए आन बा आराए शेख़ मुफीद", हदीस और अंदिशेह, पीपी. 9 और 10, 1383 शम्सी।
  • दरगाही, हुसैन, मुक़द्देमा तसहीह अल ऐतेक़ाद, दर शेख मोफिद, मुहम्मद बिन नोमान, तसहीह अल ऐतेक़ाद, हुसैन दरगाही का शोध, शेख़ मोफिद कांग्रेस, पहला संस्करण, 1371 शम्सी।
  • शुबैरी, सय्यद मोहम्मद जवाद, "शेख़ मोफिद के जीवन पर एक मार्ग", विश्व हज़ारा शेख़ मोफिद कांग्रेस के फारसी लेखों में, संख्या 55, 1372 शम्सी।
  • शेख़ मोफिद, मुहम्मद बिन नोमान, तसहीह अल-ऐतेक़ाद, हुसैन दरगाही का शोध, शेख़ मोफिद स्मरणोत्सव कांग्रेस, पहला संस्करण, 1371 शम्सी।
  • तबताबाई, सय्यद हादी, "शेख़ मोफिद द्वारा तहसीह अल-इताक़द की पुस्तक की समीक्षा", माहे दीन पुस्तक, संख्या 184, बहमन 1391 शम्सी।
  • तूसी, मुहम्मद बिन हसन, अल-फ़हरिस्त, जवाद अल-क़य्यूमी द्वारा शोध किया गया, बी जा, अल-फ़िकाहा पब्लिशिंग हाउस, 1417 हिजरी।
  • गुरजी, अबुल क़ासिम, फ़िक़्ह और न्यायशास्त्र का इतिहास, तेहरान, सम्त, 2005।