अलहुज्जतो अला अलज़ाहिब इला तकफ़ीरे अबी तालिब (पुस्तक)

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अल-हुज्जतो अला अल-ज़ाहिब इला तकफ़ीरे अबी तालिब या ईमानो अबी तालिब, एक शिया विद्वान सय्यद फ़ेख़ार बिन मअद मूसवी (मृत्यु 630 हिजरी) की एक धर्म शास्त्र की पुस्तक है। यह किताब अरबी भाषा में है और इमाम अली (अ) के पिता हज़रत अबू तालिब के ईमान को साबित करने के उद्देश्य से लिखी गई है। इसमें अबू तालिब (अ) के ईमान को साबित करने के लिये उनकी कविताओं, ऐतिहासिक रिपोर्टों, हदीसों और इसी तरह से अहले-बैत और शिया विद्वानों की आम सहमति का हवाला दिया गया है।

अल्लामा अमीनी (मृत्यु 1390 हिजरी) ने अपनी किताब अलग़दीर में इस पुस्तक का उल्लेख किया और इससे उद्धृत किया है। इब्न अबी अल-हदीद मोतज़ेली (मृत्यु 656 हिजरी), सय्यद मोहम्मद सादिक़ बहरूल उलूम (मृत्यु 1399 हिजरी) और अब्दुल फ़त्ताह अब्दुल मक़सूद (मृत्यु 1372 हिजरी) ने भी इस पर प्रस्तावना लिखी है। किताब लिखने में लेखक ने शेख़ मुफ़ीद के ग्रंथ ईमान ए अबी तालिब से फ़ायदा प्राप्त किया है।

पुस्तक के विभिन्न प्रकाशन और संस्करण हैं। इनमें से एक संस्करण सय्यद मोहम्मद बहरूल उलूम के शोध द्वारा 1410 हिजरी का संस्करण है, जिसे सय्यद अल-शोहदा पब्लिशिंग हाउस क़ुम ने 441 पृष्ठों में प्रकाशित किया है।

लेखक

मुख्य लेख: सय्यद फ़ेख़ार बिन मअद मूसवी

सय्यद फ़ेख़ार बिन मअद मूसवी (मृत्यु 630 हिजरी) एक शिया न्यायविद, कवि और वंशावलीविद् हैं, जिनकी वंशावली इमाम काज़िम (अ.स.) के पोते इब्राहिम मुजाब से मिलती है।[1] वह मोहक़्क़िक़ हिल्ली के शिक्षक और इब्ने इदरीस हिल्ली के छात्र थे, जो दोनों ही प्रमुख शिया न्यायविदो में से थे।[2]