30 जमादी अल सानी
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हिजरी कालक्रम |
30 जमादी अल सानी, यह दिन हिजरी वर्ष के कुछ वर्षो मे आता है।
- 198 हिजरी, कूफ़ा के मुहद्दिस और न्यायविद सुफ़यान बिन उयैना का निधन
- 1397 हिजरी, तबरेज़ मे शिया न्यायविद सय्यद अहमद हुसैनी ख़ुस्रोशाही का निधन (18 जून, 1977 ईस्वी)
- 1417 हिजरी, इमाम ख़ुमैनी के भाई सय्यद मुर्तज़ा पसंदीदा का निधन (12 नवम्बर, 1996 ईस्वी)
- 1443 हिजरी, शिया न्यायविद लुत्फ़ुल्लाह साफ़ी गुलपाएगानी का अंतिम संस्कार (2 फ़रवरी, 2022)
रजब की पहली रात के आमाल
- रजब के महीना का चाँद देखे तो कहेः "اللَّهُمَّ أَهِلَّهُ عَلَیْنَا بِالْأَمْنِ وَ الْإِیمَانِ وَ السَّلامَةِ وَ الْإِسْلامِ رَبِّى وَ رَبُّكَ اللهُ عَزَّ وَ جَلَّ." अल्लाहुम्मा आहिल्लहू अलैना बिल अमने वल ईमाने वस सलामते वल इस्लामे रब्बी वा रब्बोकल्लाहो अज़्ज़ा वा जल्ला
- ग़ुस्ल करना
- इमाम हुसैन (अ) की ज़ियारत
- मग़रिब की नमाज़ के बाद, दो रक्अती दस नमाज़ो का पढ़ना
- इशा की नमाज़ के बाद दो रक्अत नमाज़ इस तरह पढ़ी जाएः पहली रक्अत मे सूर ए हम्द के बाद एक बार सूर ए अलम नश्रह और तीन बार सूर ए तौहीद, दूसरी रक्अत मे सूर ए हम्द के बाद सूर ए अलम नश्रह, सूर ए तौहीद और मऊज़तैन (सूर ए नास और सूर ए फ़लक) एक एक बार और सलाम के बाद तीस बार لا إِلَهَ إِلا اللهُ ला इलाहा इल लल्लाह और तीस बार सलवात पढ़े।