30 जमादी अल सानी

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5. जमादी'1 6. जमादी'2 7. रजब
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हिजरी कालक्रम


30 जमादी अल सानी, यह दिन हिजरी वर्ष के कुछ वर्षो मे आता है।



रजब की पहली रात के आमाल

  • रजब के महीना का चाँद देखे तो कहेः "اللَّهُمَّ أَهِلَّهُ عَلَیْنَا بِالْأَمْنِ وَ الْإِیمَانِ وَ السَّلامَةِ وَ الْإِسْلامِ رَبِّى وَ رَبُّكَ اللهُ عَزَّ وَ جَلَّ." अल्लाहुम्मा आहिल्लहू अलैना बिल अमने वल ईमाने वस सलामते वल इस्लामे रब्बी वा रब्बोकल्लाहो अज़्ज़ा वा जल्ला
  • ग़ुस्ल करना
  • इमाम हुसैन (अ) की ज़ियारत
  • मग़रिब की नमाज़ के बाद, दो रक्अती दस नमाज़ो का पढ़ना
  • इशा की नमाज़ के बाद दो रक्अत नमाज़ इस तरह पढ़ी जाएः पहली रक्अत मे सूर ए हम्द के बाद एक बार सूर ए अलम नश्रह और तीन बार सूर ए तौहीद, दूसरी रक्अत मे सूर ए हम्द के बाद सूर ए अलम नश्रह, सूर ए तौहीद और मऊज़तैन (सूर ए नास और सूर ए फ़लक) एक एक बार और सलाम के बाद तीस बार لا إِلَهَ إِلا اللهُ ला इलाहा इल लल्लाह और तीस बार सलवात पढ़े।