गुमनाम सदस्य
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हज़रत फ़ातिमा (स) पवित्र पैगंबर (स) और हज़रत ख़दीजा की अंतिम संतान है।<ref>देखेः शेख सुदूक़, अल-ख़िसाल, 1403 हिजरी, पेज 404; इब्ने हेशाम, सीरत उन-नबावीया, दार उल-मारफ़ा, भाग 1, पेज 190</ref> सभी इतिहासकार इस बात से सहमत हैं कि हज़रत फ़ातिमा (स) का जन्म [[मक्का]] में मस-ई के पास ज़ुक़ाक़ अल-अत्तारीन वा ज़ुक़ाक़ अल-हजर नामक महल्ले मे स्थित हजरत खदीजा के घर हुआ।<ref>बतनूनी, अल-रेहलातुल अल-रेहलातुल अल-हिजाज़िया, अल-मकतबातुल सक़ाफ़िया अल-दीनिया, पेज 128</ref> | हज़रत फ़ातिमा (स) पवित्र पैगंबर (स) और हज़रत ख़दीजा की अंतिम संतान है।<ref>देखेः शेख सुदूक़, अल-ख़िसाल, 1403 हिजरी, पेज 404; इब्ने हेशाम, सीरत उन-नबावीया, दार उल-मारफ़ा, भाग 1, पेज 190</ref> सभी इतिहासकार इस बात से सहमत हैं कि हज़रत फ़ातिमा (स) का जन्म [[मक्का]] में मस-ई के पास ज़ुक़ाक़ अल-अत्तारीन वा ज़ुक़ाक़ अल-हजर नामक महल्ले मे स्थित हजरत खदीजा के घर हुआ।<ref>बतनूनी, अल-रेहलातुल अल-रेहलातुल अल-हिजाज़िया, अल-मकतबातुल सक़ाफ़िया अल-दीनिया, पेज 128</ref> | ||
=== जन्म और बचपन === | === जन्म और बचपन === | ||
[[इमामिया|शियों]] के यहा प्रसिद्ध कथन अनुसार, हज़रत फ़ातिमा का जन्म [[बेअसत]] (अर्थात पैंगबरी की घोषणा) के पांचवे साल जोकि अहक़ाफ़िया साल<ref>जम्ई अज़ मोहक़्क़ेक़ीन, फ़रहंगनामे उलूमे क़ुरआन, 1394 शम्सी, भाग 1, पेज 2443</ref> ([[सूरह अहक़ाफ़]] के नाज़िल होने का वर्ष) में हुआ।<ref>कुलैनी, अल-काफ़ी, 1363 शम्सी, भाग 1, पेज 458; तूसी, मिस्बाहुल मुताहज्जिद, 1411 हिजरी, पेज 793; तिबरी इमामी, दलाएलुल इमामा, 1413 हिजरी, भाग 79, पेज 134; फ़िताल नेशापूरी, रौज़ातुल वाएज़ीन, क़ुम, शरीफ अल-रज़ी, पेज 143; तबरसी, आलाम उल-वरा, 1417 हिजरी, भाग 1, पेज 290; इब्ने शहर आशोब, मनाक़िबे आले अबि तालिब, 1376 हिजरी, भाग 3, पेज 132</ref> [[शेख़ मुफ़ीद]] और कफ़अमी ने आपके जन्म का उल्लेख बेअसत के दूसरे साल मे किया है।<ref>मुफ़ीद, मसार उश-शरिया फ़ी मुख़्तसर तवारीखे शरिया, 1414 हिजरी, पेज 54 कफ़अमी, अल-मिस्बाह, 1403 हिजरी, पेज 512</ref> जबकि [[अहले सुन्नत]] के अनुसार आपका जन्म बेअसत के पांच साल पूर्व हुआ।<ref>इब्ने साद, अल-तबक़ात उल-कुबरा, बैरूत, भाग 1, पेज 133, भाग 8, पेज 19; बलाज़्ररी, अनसाब उल-अशराफ़, 1417 हिजरी, भाग 1, पेज 403; इब्ने अब्दुल बिर, अल-इस्तिआब फ़ी मारफ़तिल अस्हाब, 1412 हिजरी, भाग 4, पेज 1899</ref> | |||
शिया स्रोतों में आपके जन्म की तारीख 20 जमादी उस-सानी उल्लेखित है।<ref>मुफ़ीद, मिसार उश-शरिया, 1414 हिजरी, पेज 54; तूसी, मिस्बाहुल मुताहज्जिद, 1411 हिजरी, पेज 793; तिबरि इमामी, दलाएलुल इमामा, 1413 हिजरी, पेज 134</ref> | शिया स्रोतों में आपके जन्म की तारीख 20 जमादी उस-सानी उल्लेखित है।<ref>मुफ़ीद, मिसार उश-शरिया, 1414 हिजरी, पेज 54; तूसी, मिस्बाहुल मुताहज्जिद, 1411 हिजरी, पेज 793; तिबरि इमामी, दलाएलुल इमामा, 1413 हिजरी, पेज 134</ref> | ||
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=== विवाह === | === विवाह === | ||
: | :मुख़्य लेख: [[इमाम अली और हजरत फ़ातिमा की शादी]] | ||
हज़रत फ़ातिमा (स) के लिये कई रिश्ते थे। लेकिन आपने हज़रत अली का रिश्ता स्वीकार करके उनसे विवाह किया। कुछ शोधकर्ताओं के अनुसार, पवित्र पैगंबर (स) का मदीना प्रवास, जो इस्लामी समाज का नेतृत्व और आप (स) से निसबत के कारण [[मुसलमानों]] के बीच सम्मानित थी?<ref>तबातबाई, इज़देवाजे फ़ातिमा (स), 1393 शम्सी, भाग 1, पेज 128</ref> इसके अलावा पैगंबर (स) का आप से प्रेम व्यक्त करना,<ref>तिबरी, ज़ख़ायरुल उक़्बा, 1428 हिजरी, भाग 1, पेज 167; मुत्तक़ी हिंदी, कंज़ुल उम्माल, 1401 हिजरी, भाग 1, पेज 129</ref> अपनी समकालीन महिलाओ के बीच की जाने वाली तुलना<ref>कुलैनी, अल-काफ़ी, 1363 शम्सी, भाग 8, पेज 165; मग़रिबी, शरहुल अख़बार, 1414 हिजरी, भाग 3, पेज 29; सहमी, तारीखे जुरजान, 1407 हिजरी, पेज 171</ref> मे आपमे पाई जाने वाली विशेषताऐं कारण बनी कि मुसलमान आपका हांथ मांगे।<ref>तबातबाई, इज़देवाजे फ़ातिमा (स), 1393 शम्सी, भाग 1, पेज 128 | हज़रत फ़ातिमा (स) के लिये कई रिश्ते थे। लेकिन आपने हज़रत अली का रिश्ता स्वीकार करके उनसे विवाह किया। कुछ शोधकर्ताओं के अनुसार, पवित्र पैगंबर (स) का मदीना प्रवास, जो इस्लामी समाज का नेतृत्व और आप (स) से निसबत के कारण [[मुसलमानों]] के बीच सम्मानित थी?<ref>तबातबाई, इज़देवाजे फ़ातिमा (स), 1393 शम्सी, भाग 1, पेज 128</ref> इसके अलावा पैगंबर (स) का आप से प्रेम व्यक्त करना,<ref>तिबरी, ज़ख़ायरुल उक़्बा, 1428 हिजरी, भाग 1, पेज 167; मुत्तक़ी हिंदी, कंज़ुल उम्माल, 1401 हिजरी, भाग 1, पेज 129</ref> अपनी समकालीन महिलाओ के बीच की जाने वाली तुलना<ref>कुलैनी, अल-काफ़ी, 1363 शम्सी, भाग 8, पेज 165; मग़रिबी, शरहुल अख़बार, 1414 हिजरी, भाग 3, पेज 29; सहमी, तारीखे जुरजान, 1407 हिजरी, पेज 171</ref> मे आपमे पाई जाने वाली विशेषताऐं कारण बनी कि मुसलमान आपका हांथ मांगे।<ref>तबातबाई, इज़देवाजे फ़ातिमा (स), 1393 शम्सी, भाग 1, पेज 128 | ||
</ref> कुरैश के कुछ लोग जो जिन्होने पहले [[इस्लाम]] स्वीकार किया और मालदार थे उन्होंने आपका हाथ मांगा।<ref>अरबेली, कश्फ़ुल ग़ुम्मा, 1405 हिजरी, भाग 1, पेज 363; ख़ुवारिज़्मी, अल-मनाक़िब, 1411 हिजरी, पेज 343</ref> अबू-बक्र, उमर<ref>निसाई, अल-सुनन अल-कुबरा, 1411 हिजरी, भाग 5, पेज 143; हाकिम, नेशापूरी, अल-मुस्तदरक अलस सहीहैन, दार उल-मारफ़ा, भाग 2, पेज 167-168</ref> और अब्दुर्रहमान बिन औफ़<ref>तिबरि इमामी, दलाएलुल इमामा, 1413 हिजरी, पेज 82</ref> ने भी आपका रिश्ता मांगा, लेकिन अल्लाह के रसूल (स) ने हज़रत अली को छोड़कर बाकी सभी के रिश्तो को यह कहते हुए खारिज कर दिया<ref>ख़ुवारिज़्मी, अल-मनाक़िब, 1411 हिजरी, पेज 343 | </ref> कुरैश के कुछ लोग जो जिन्होने पहले [[इस्लाम]] स्वीकार किया और मालदार थे उन्होंने आपका हाथ मांगा।<ref>अरबेली, कश्फ़ुल ग़ुम्मा, 1405 हिजरी, भाग 1, पेज 363; ख़ुवारिज़्मी, अल-मनाक़िब, 1411 हिजरी, पेज 343</ref> अबू-बक्र, उमर<ref>निसाई, अल-सुनन अल-कुबरा, 1411 हिजरी, भाग 5, पेज 143; हाकिम, नेशापूरी, अल-मुस्तदरक अलस सहीहैन, दार उल-मारफ़ा, भाग 2, पेज 167-168</ref> और अब्दुर्रहमान बिन औफ़<ref>तिबरि इमामी, दलाएलुल इमामा, 1413 हिजरी, पेज 82</ref> ने भी आपका रिश्ता मांगा, लेकिन अल्लाह के रसूल (स) ने हज़रत अली को छोड़कर बाकी सभी के रिश्तो को यह कहते हुए खारिज कर दिया<ref>ख़ुवारिज़्मी, अल-मनाक़िब, 1411 हिजरी, पेज 343 |