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"हज़रत फ़ातिमा ज़हरा सलामुल्लाहे अलैहा": अवतरणों में अंतर

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* मुसनदे फ़ातेमतुज़ ज़हरा, रचनाः अज़ीज़ुल्लाह अत्तारदी
* मुसनदे फ़ातेमतुज़ ज़हरा, रचनाः अज़ीज़ुल्लाह अत्तारदी
* मुसनदे फ़ातेमा रचनाः महदी जाफ़र<ref> मामूरी, किताब शनासी फ़ातेमा, 1393 शम्सी, भाग 2, पेज 564 </ref>
* मुसनदे फ़ातेमा रचनाः महदी जाफ़र<ref> मामूरी, किताब शनासी फ़ातेमा, 1393 शम्सी, भाग 2, पेज 564 </ref>
* मुसनदे फ़ातेमा ज़हरा रचनाः सय्यद हुसैन शेख उल-इस्लामी
* मुसनदे फ़ातेमा ज़हरा रचनाः सय्यद हुसैन शेख़ उल-इस्लामी
* दलाएलुल इमामा लेखकः तबरी इमामी (इस संबंध का सबसे प्राचीन स्रोत है)<ref>मामूरी, किताब शनासी फ़ातेमा, 1393 शम्सी, भाग 2, पेज 563 देखेः तिबरि इमामी, दलाएलुल इमामा, 1413 हिजरी, पेज 65-76</ref>
* दलाएलुल इमामा लेखकः तबरी इमामी (इस संबंध का सबसे प्राचीन स्रोत है)<ref>मामूरी, किताब शनासी फ़ातेमा, 1393 शम्सी, भाग 2, पेज 563 देखेः तबरी इमामी, दलाएलुल इमामा, 1413 हिजरी, पेज 65-76</ref>
मनक़बत निगारी मे शिया विद्वानो की रचनाएं इस प्रकार हैः
मनक़बत निगारी मे शिया विद्वानो की रचनाएं इस प्रकार हैः
* मनाक़िबे फ़ातेमा ज़हरा (स) वा वुलदोहा, रचनाः तिबरी इमामी<ref>आग़ा बुजुर्ग तेहरानी, अल-ज़रीआ एला तसानीफ अल-शिया, 1403 हिजरी, भाग 22, पेज 332</ref>
* मनाक़िबे फ़ातेमा ज़हरा (स) वा वुलदोहा, रचनाः तबरी इमामी<ref>आग़ा बुजुर्ग तेहरानी, अल-ज़रीआ एला तसानीफ अल-शिया, 1403 हिजरी, भाग 22, पेज 332</ref>
* शरह अहक़ाक़ुल हक़ वा इज़्हाक़े बातिल, रचनाः सय्यद शहाबुद्दीन मरअशी नजफी
* शरह अहक़ाक़ुल हक़ वा इज़्हाक़े बातिल, रचनाः सय्यद शहाबुद्दीन मरअशी नजफी
* फ़ज़ाइले फ़ातिमा ज़हरा (स) अज़ निगाहे दिगरान, रचनाः नासिर मकारिम शिराज़ी
* फ़ज़ाइले फ़ातिमा ज़हरा (स) अज़ निगाहे दिगरान, रचनाः नासिर मकारिम शिराज़ी
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