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"हज़रत अब्बास अलैहिस सलाम": अवतरणों में अंतर

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== नवीं मोहर्रम की अज़ादारी ==
== नवीं मोहर्रम की अज़ादारी ==
मुहर्रम के पहले दशक के धार्मिक समारोहों में, [[9 मुहर्रम|मुहर्रम की 9]] तारीख अधिकांश शिया हज़रत अब्बास (अ) से मख़सूस मनाते है, लेकिन उपमहाद्वीप मे मुहर्रम की 8 तारीख आपसे मख़सूस है। हज़रत अब्बास (अ) की अज़ादारी से विशेष दिन जो आशूरा के बाद मस्जिदों, इमामबारगाहो और तकियों में शिया मातम मनाने का सबसे महत्वपूर्ण समय मानते है। इस दिन [[ईरान]] और कुछ इस्लामिक देशों में छुट्टी होती है।<ref>मज़ाहेरी, फ़रहंगे सोगे शीई, 1395 शम्सी, पेज 110-111</ref>  
मुहर्रम के पहले दशक के धार्मिक समारोहों में, [[9 मुहर्रम|मुहर्रम की 9]] तारीख अधिकांश शिया हज़रत अब्बास (अ) से मख़सूस मनाते है, लेकिन उपमहाद्वीप मे मुहर्रम की 8 तारीख आपसे मख़सूस है। हज़रत अब्बास (अ) की अज़ादारी से विशेष दिन जो आशूरा के बाद मस्जिदों, इमाम बारगाहो और तकियों में शिया मातम मनाने का सबसे महत्वपूर्ण समय मानते है। इस दिन [[ईरान]] और कुछ इस्लामिक देशों में छुट्टी होती है।<ref>मज़ाहेरी, फ़रहंगे सोगे शीई, 1395 शम्सी, पेज 110-111</ref>  


ज़ंजान मे यौमुल अब्बासः हर साल मुहर्रम के 8वें दिन की शाम को, इस शहर के हुसैनीया ए आज़म ज़ंजान से लेकर इमामज़ादेह सय्यद इब्राहिम तक की दूरी पर मातम मनाने वालों की एक बड़ी भीड़ इकट्ठा होती है और मातम करती है। कुछ रिपोर्टों के अनुसार 2016 में 9700 से अधिक भेड़ो और 2015 में 12000 भेड़ो की लोगों की मन्नत के कारण क़ुर्बानी की गई।<ref>खुदा तू ए ईन मद्दाहीहा नीस्त, रोज़नामा सुबह नौ</ref> हाल के वर्षों में, हर साल लगभग पांच लाख लोग इस समारोह में भाग लेते हैं। इस समारोह को ईरान की आध्यात्मिक विरासतों में से एक के रूप में पंजीकृत किया गया है।<ref>यौमुल अब्बास दर ज़ंजान, बुज़ुर्गतरीन मेआदगाह आशिक़ाने हुसैनी दर किश्वर, बाशगाह खबरनिगारान जवान</ref>
ज़ंजान मे यौमुल अब्बासः हर साल मुहर्रम के 8वें दिन की शाम को, इस शहर के हुसैनीया ए आज़म ज़ंजान से लेकर इमामज़ादे सय्यद इब्राहिम तक की दूरी पर मातम मनाने वालों की एक बड़ी भीड़ इकट्ठा होती है और मातम करती है। कुछ रिपोर्टों के अनुसार 2016 में 9700 से अधिक भेड़ो और 2015 में 12000 भेड़ो की लोगों की मन्नत के कारण क़ुर्बानी की गई।<ref>खुदा तू ए ईन मद्दाहीहा नीस्त, रोज़नामा सुबह नौ</ref> हाल के वर्षों में, हर साल लगभग पांच लाख लोग इस समारोह में भाग लेते हैं। इस समारोह को ईरान की आध्यात्मिक विरासतों में से एक के रूप में पंजीकृत किया गया है।<ref>यौमुल अब्बास दर ज़ंजान, बुज़ुर्गतरीन मेआदगाह आशिक़ाने हुसैनी दर किश्वर, बाशगाह खबरनिगारान जवान</ref>


== ज़िक्र या काशेफ़ल-कर्ब ==
== ज़िक्र या काशेफ़ल-कर्ब ==
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