"उस्मान बिन हुनैफ़ के नाम इमाम अली (अ) का पत्र": अवतरणों में अंतर
उस्मान बिन हुनैफ़ के नाम इमाम अली (अ) का पत्र (स्रोत देखें)
१९:३०, १० अक्टूबर २०२४ का अवतरण
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कर्बला के शहीदों की संख्या के बारे में स्रोतो की रिपोर्ट अलग-अलग हैं। [1] अधिकांश ऐतिहासिक स्रोतों में, आशूरा के दिन इमाम हुसैन (अ) के साथियों की संख्या 72 बताई गई है [2], जिनमें से 32 घुड़सवार और 40 पैदल थे। [3] [[अल-इरशाद]] में, [[शेख मुफ़ीद]] ने कर्बला के शहीदों के कटे हुए सिरों - इमाम हुसैन (अ) को छोड़कर - की संख्या जिन्हें कुफ़ा भेजा गया था, 72 लोग का उल्लेख किया है। [4] | [[कर्बला]] के शहीदों की संख्या के बारे में स्रोतो की रिपोर्ट अलग-अलग हैं। [1] अधिकांश ऐतिहासिक स्रोतों में, आशूरा के दिन इमाम हुसैन (अ) के साथियों की संख्या 72 बताई गई है [2], जिनमें से 32 घुड़सवार और 40 पैदल थे। [3] [[अल-इरशाद]] में, [[शेख मुफ़ीद]] ने कर्बला के शहीदों के कटे हुए सिरों - इमाम हुसैन (अ) को छोड़कर - की संख्या जिन्हें कुफ़ा भेजा गया था, 72 लोग का उल्लेख किया है। [4] | ||
शहीदों की कुल संख्या के बारे में सबसे प्रसिद्ध रिपोर्ट [[तारीख़ क़याम वा मक़तल जामेअ सय्यद उश-शोहदा (अ)]] नामक किताब में 72 लोगों की शहादत का उल्लेख है [5] स्रोतो मे 87 लोग [6] और 88 लोग [7] [8], 78 लोग [9] और 145 लोग का भी उल्लेख है। [10] [[दानिश नामा इमाम हुसैन (अ)]] मे विभिन्न स्रोतों से इकट्ठा करके कर्बला के शहीदों की सख्या मे 155 लोगों के नामों का उल्लेख मिलता है। [11] | शहीदों की कुल संख्या के बारे में सबसे प्रसिद्ध रिपोर्ट [[तारीख़ क़याम वा मक़तल जामेअ सय्यद उश-शोहदा (अ)]] नामक किताब में 72 लोगों की शहादत का उल्लेख है [5] स्रोतो मे 87 लोग [6] और 88 लोग [7] [8], 78 लोग [9] और 145 लोग का भी उल्लेख है। [10] [[दानिश नामा इमाम हुसैन (अ)]] मे विभिन्न स्रोतों से इकट्ठा करके कर्बला के शहीदों की सख्या मे 155 लोगों के नामों का उल्लेख मिलता है। [11] | ||
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[[उमर बिन साद |उमर बिन साद]] और [[शिम्र ज़िल-जोशन]] के आदेश से इमाम हुसैन (अ) और उनके साथियों के सिर शरीर से अलग करके कूफ़ा भेजे गए। [12] कुछ लोग सिरों की संख्या 78 [13] बताते हैं और कई इतिहासकारों द्वारा उद्धृत प्रसिद्ध रिपोर्ट के अनुसार, कर्बला के शहीदों के सिरों की संख्या 72 थी। [14] | [[उमर बिन साद |उमर बिन साद]] और [[शिम्र ज़िल-जोशन]] के आदेश से इमाम हुसैन (अ) और उनके साथियों के सिर शरीर से अलग करके कूफ़ा भेजे गए। [12] कुछ लोग सिरों की संख्या 78 [13] बताते हैं और कई इतिहासकारों द्वारा उद्धृत प्रसिद्ध रिपोर्ट के अनुसार, कर्बला के शहीदों के सिरों की संख्या 72 थी। [14] | ||
बलाज़ुरी ने [[अंसाब अल-अशराफ़]] में 72 कटे हुए सिरों का उल्लेख किया है; हालाँकि, [[अबू मिख़नफ़]] से इस बात का वर्णन किया है कि [[क़िंदा जनजाति]] के 13 सिर, हवाज़न जनजाति के 20 सिर, बनि तमीम जनजाति के 17 सिर, [[बनि असद जनजाति]] के 16 सिर, [[मज़हिज जनजाति]] के 7 सिर, और क़ैस के 9 सिर अपने साथ इब्न ज़ियाद के पास लेकर गए थे। [15] | |||
== बनि हाशिम के शहीद == | == बनि हाशिम के शहीद == |