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"फ़वाद शुक्र": अवतरणों में अंतर

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[[चित्र:فؤاد شکر.jpg|अंगूठाकार|फ़वाद शुक्र]]
{{Infobox Shia scholar
|शीर्षक = फवाद अली शुक्र
|चित्र =فؤاد شکر.jpg
|चित्र का विवरण =
|भूमिका =
|पूरा नाम =
|उपनाम = हाज मोहसिन
|वंश =
|जन्म तिथि = 25 अप्रैल 1961
|जन्म स्थान = लेबनान के बालबक क्षेत्र में नबी शीस का गाँव
|मृत्यु तिथि =
|मृत्यु का शहर =
|शहादत की तिथि = 30 जुलाई, 2024
|शहादत का स्थान = बेरूत के उपनगरीय इलाक़े ज़ाहिया में
|समाधि स्थल =
|प्रसिद्ध रिश्तेदार =
|गुरू =
|शिष्य =
|शिक्षा स्थान =
|रवायत बयान करने की इजाज़त =
|इज्तिहाद की इजाज़त =
|संकलन =
|अन्य =
|राजनीतिक =
|सामाजिक =
|हस्ताक्षर =
|वेबसाइट =
}}
'''फवाद अली शुक्र''' (1961-2024 ई.) जिन्हें '''हाज मोहसिन''' या '''सैयद मोहसिन शुक्र''' के नाम से जाना जाता है, [[लेबनान]] में [[हिज़बुल्लाह]] के वरिष्ठ सैन्य कमांडरों में से एक और [[सय्यद हसन नसरुल्लाह]] के सलाहकार थे, जिनकी 30 जुलाई, 2024 को बेरूत के उपनगरीय इलाक़े ज़ाहिया में एक इमारत पर इजरायली हमला में हत्या कर दी गई। फ़वाद ने ज़ायोनी शासन के क़ब्जे के खिलाफ़ पहले लेबनानी प्रतिरोध समूहों को संगठित करने में भूमिका निभाई। इज़रायली मीडिया में उनका उल्लेख हिज़्बुल्लाह के निर्देशित मिसाइल परियोजना की देखरेख के प्रभारी व्यक्ति के रूप में किया गया है।
'''फवाद अली शुक्र''' (1961-2024 ई.) जिन्हें '''हाज मोहसिन''' या '''सैयद मोहसिन शुक्र''' के नाम से जाना जाता है, [[लेबनान]] में [[हिज़बुल्लाह]] के वरिष्ठ सैन्य कमांडरों में से एक और [[सय्यद हसन नसरुल्लाह]] के सलाहकार थे, जिनकी 30 जुलाई, 2024 को बेरूत के उपनगरीय इलाक़े ज़ाहिया में एक इमारत पर इजरायली हमला में हत्या कर दी गई। फ़वाद ने ज़ायोनी शासन के क़ब्जे के खिलाफ़ पहले लेबनानी प्रतिरोध समूहों को संगठित करने में भूमिका निभाई। इज़रायली मीडिया में उनका उल्लेख हिज़्बुल्लाह के निर्देशित मिसाइल परियोजना की देखरेख के प्रभारी व्यक्ति के रूप में किया गया है।


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