सामग्री पर जाएँ

"हज़रत अब्बास अलैहिस सलाम": अवतरणों में अंतर

सम्पादन सारांश नहीं है
imported>Asif
imported>Asif
No edit summary
पंक्ति २४: पंक्ति २४:
'''अब्बास बिन अली बिन अबी तालिब''' (26-61 हिजरी) अबूल-फ़ज़्ल के नाम से मशहूर [[इमाम अली (अ)]] के पांचवे और [[फ़ातेमा कलाबिया|उम्मुल बनीन]] के बड़े बेटे है। आपके जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा [[कर्बला की घटना]] मे आपकी उपस्थिति और [[आशूर के दिन]] आपकी शहादत है। 61 हिजरी के मोहर्रम से पहले आपके जीवन और परिस्थितियों के बारे में अधिक जानकारी नहीं है, सिवाय इसके कि कुछ रिपोर्टों के अनुसार, वह [[सिफ़्फीन के युद्द]] में मौजूद थे।
'''अब्बास बिन अली बिन अबी तालिब''' (26-61 हिजरी) अबूल-फ़ज़्ल के नाम से मशहूर [[इमाम अली (अ)]] के पांचवे और [[फ़ातेमा कलाबिया|उम्मुल बनीन]] के बड़े बेटे है। आपके जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा [[कर्बला की घटना]] मे आपकी उपस्थिति और [[आशूर के दिन]] आपकी शहादत है। 61 हिजरी के मोहर्रम से पहले आपके जीवन और परिस्थितियों के बारे में अधिक जानकारी नहीं है, सिवाय इसके कि कुछ रिपोर्टों के अनुसार, वह [[सिफ़्फीन के युद्द]] में मौजूद थे।


कर्बली की घटना मे आप [[इमाम हुसैन (अ)]] की सेना के सेनापति और धव्जधारक थे। इमाम हुसैन (अ) के साथीयो के लिए फ़ुरात से पानी लाए। आप और आपके भाईयो ने उबैदुल्लाह बिन ज़्याद के  दो शरण पत्रो को नकारते हुए इमाम हुसैन (अ) की सेना मे रह कर युद्ध करते हुए शहीद हुए। मक़ातिल की कुछ किताबो ने लिखा है कि आपकी दोनो भुजाए कट गई थी और सिर पर गुर्ज़ लगा था और इसी हालत मे शहीद हुए। कुछ किताबो मे आप के लाशे पर इमाम हुसैन (अ) के गिरया करने का भी उल्लेख किया है।
[[कर्बला की घटना]] मे आप [[इमाम हुसैन (अ)]] की सेना के सेनापति और धव्जधारक थे। इमाम हुसैन (अ) के साथीयो के लिए फ़ुरात से पानी लाए। आप और आपके भाईयो ने उबैदुल्लाह बिन ज़्याद के  दो शरण पत्रो को नकारते हुए इमाम हुसैन (अ) की सेना मे रह कर युद्ध करते हुए शहीद हुए। मक़ातिल की कुछ किताबो ने लिखा है कि आपकी दोनो भुजाए कट गई थी और सिर पर गुर्ज़ लगा था और इसी हालत मे शहीद हुए। कुछ किताबो मे आप के लाशे पर इमाम हुसैन (अ) के गिरया करने का भी उल्लेख किया है।


कुछ स्रोतो मे आपका क़द लंबा और सुंदर चेहरा लिखा है। [[शियों के इमाम|शियो के इमामो]] ने स्वर्ग मे हजरत अब्बास के लिए उच्च स्थान बयान किया है, और बहुत सी करामातो का भी उल्लेख हुआ है उनमे से एक हाजत रवाई है। यहा तक कि ग़ैर शिया (सुन्नी), गैर मुस्लिम (कुफ्फार) की भी हाजत रवाई करते है।
कुछ स्रोतो मे आपका क़द लंबा और सुंदर चेहरा लिखा है। [[शियों के इमाम|शियो के इमामो]] ने स्वर्ग मे हजरत अब्बास के लिए उच्च स्थान बयान किया है, और बहुत सी करामातो का भी उल्लेख हुआ है उनमे से एक हाजत रवाई है। यहा तक कि ग़ैर शिया (सुन्नी), गैर मुस्लिम (कुफ्फार) की भी हाजत रवाई करते है।
गुमनाम सदस्य