गुमनाम सदस्य
"अम्बिया": अवतरणों में अंतर
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'''अम्बिया''' ( अरबी: انبیاء ) का भगवान अपनी ओर मनुष्यो को आमंत्रित करने के लिए चयन करता है अल्लाह वही के माध्यम से उनके साथ संपर्क मे होता है। | '''अम्बिया''' ( अरबी: انبیاء ) का भगवान अपनी ओर मनुष्यो को आमंत्रित करने के लिए चयन करता है अल्लाह वही के माध्यम से उनके साथ संपर्क मे होता है। | ||
मासूम होना, [[ग़ैब का ज्ञान]] रखना, [[चमत्कार]] और [[वही]] को अल्लाह से प्राप्त करना उनके | मासूम होना, [[ग़ैब का ज्ञान]] रखना, [[चमत्कार]] और [[वही]] को अल्लाह से प्राप्त करना उनके गुणों मे से है। कुरान ने [[हज़रत इब्राहीम (अ)]] के लिए अग्नि के शांत होने, [[हज़रत मूसा (अ)]] के डंडे से अजगर मे परिवर्तित होने और [[हज़रत ईसा (अ)]] के हाथो मृतको के जीवित होने और पवित्र कुरान जैसे चमत्कार को अम्बिया के चमत्कारो मे उल्लेख किया है। | ||
फ़ज़ीलत के हिसाब से अम्बिया के स्थान भिन्न है। कुछ अम्बिया नबूवत के साथ-साथ [[रिसालत]] और कुछ उसके साथ-साथ [[इमामत]] के पद पर नियुक्त थे। रिवायत की रोशनी मे [[ऊलुल अज़्म अम्बिया]] (नूह, इब्राहीम, मूसा, ईसा और मुहम्मद (स)) दूसरे अम्बिया पर फ़ज़ीलत रखते है। इस प्रकार अम्बिया मे से हज़रत शीस (अ), हज़रत इद्रीस (अ), हज़रत मूसा (अ), हज़रत दाऊद (अ), हज़रत ईसा (अ) और अंतिम नबी हज़रत मुहम्मद (स) साहेब ए शरीयत है। | फ़ज़ीलत के हिसाब से अम्बिया के स्थान भिन्न है। कुछ अम्बिया नबूवत के साथ-साथ [[रिसालत]] और कुछ उसके साथ-साथ [[इमामत]] के पद पर नियुक्त थे। रिवायत की रोशनी मे [[ऊलुल अज़्म अम्बिया]] (नूह, इब्राहीम, मूसा, ईसा और मुहम्मद (स)) दूसरे अम्बिया पर फ़ज़ीलत रखते है। इस प्रकार अम्बिया मे से हज़रत शीस (अ), हज़रत इद्रीस (अ), हज़रत मूसा (अ), हज़रत दाऊद (अ), हज़रत ईसा (अ) और अंतिम नबी हज़रत मुहम्मद (स) साहेब ए शरीयत है। |