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शिया और सुन्नी स्रोतों में पैग़म्बर (स) से इस हदीस के प्रसारण के लिए उल्लिखित अलग-अलग समय और स्थान इस प्रकार हैं:
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[[हज अल वेदा]] से लौटते समय ग़दीर ख़ुम में;<ref>सदूक़, कमाल अल-दीन व तमाम अल-नेअमा देखें, 1395 हिजरी, खंड 1, पृष्ठ 234, हदीस. 45, पृष्ठ 238, हदीस 55; इब्ने अबी आसिम, किताब अल-सुन्नत, 1413 हिजरी, पृष्ठ 630; हाकिम नीशापुरी, अल-मुस्तद्रक अला अल-सहीहैन, 1411 हिजरी, खंड 3, पृष्ठ 118; तबरानी, अल-मोजम अल-कबीर, 1405 हिजरी, खंड 5, पृष्ठ 186; सम्हूदी, जवाहिर अल अक़दैन फ़ी फ़ज़ल अल-शरीफ़ैन, 1405 हिजरी, खंड 2, पहला भाग, पृष्ठ 86।</ref>
[[हज अल वेदा]] से लौटते समय [[ग़दीर ख़ुम]] में;<ref>सदूक़, कमाल अल-दीन व तमाम अल-नेअमा देखें, 1395 हिजरी, खंड 1, पृष्ठ 234, हदीस. 45, पृष्ठ 238, हदीस 55; इब्ने अबी आसिम, किताब अल-सुन्नत, 1413 हिजरी, पृष्ठ 630; हाकिम नीशापुरी, अल-मुस्तद्रक अला अल-सहीहैन, 1411 हिजरी, खंड 3, पृष्ठ 118; तबरानी, अल-मोजम अल-कबीर, 1405 हिजरी, खंड 5, पृष्ठ 186; सम्हूदी, जवाहिर अल अक़दैन फ़ी फ़ज़ल अल-शरीफ़ैन, 1405 हिजरी, खंड 2, पहला भाग, पृष्ठ 86।</ref>
हज अल वेदा में [[अरफ़ा]] के दिन एक ऊंट पर;<ref>तिर्मिज़ी, सुनन अल-तिर्मिज़ी, 1419 शम्सी, खंड 5, पृष्ठ 478; इब्ने असीर, जामेअ अल-उसूल फ़ी अहादीस अल रसूल (स), 1420 हिजरी, खंड 1, पृष्ठ 277; तबरानी, अल-मोजम अल-अवासित, 1415 हिजरी, खंड 5, पृष्ठ 89; सम्हूदी, जवाहिर अल-अक़दैन, 1405 हिजरी, खंड 2, पहला भाग, पृष्ठ 77; इब्ने हजर हैसमी, अल-सवाईक अल-मुहर्रक़ा, 1417 हिजरी, खंड 2, पृष्ठ 653, 654।</ref>
हज अल वेदा में [[अरफ़ा]] के दिन एक ऊंट पर;<ref>तिर्मिज़ी, सुनन अल-तिर्मिज़ी, 1419 शम्सी, खंड 5, पृष्ठ 478; इब्ने असीर, जामेअ अल-उसूल फ़ी अहादीस अल रसूल (स), 1420 हिजरी, खंड 1, पृष्ठ 277; तबरानी, अल-मोजम अल-अवासित, 1415 हिजरी, खंड 5, पृष्ठ 89; सम्हूदी, जवाहिर अल-अक़दैन, 1405 हिजरी, खंड 2, पहला भाग, पृष्ठ 77; इब्ने हजर हैसमी, अल-सवाईक अल-मुहर्रक़ा, 1417 हिजरी, खंड 2, पृष्ठ 653, 654।</ref>
अंतिम उपदेश उन्होंने अपनी मृत्यु के दिन लोगों को दिया;<ref>कुलैनी, अल-काफ़ी, 1407 हिजरी, खंड 2, पृष्ठ 415; अय्याशी, किताब अल-तफ़सीर, 1380 हिजरी, खंड 1, पृष्ठ 5, हदीस 9।</ref>
अंतिम उपदेश उन्होंने अपनी मृत्यु के दिन लोगों को दिया;<ref>कुलैनी, अल-काफ़ी, 1407 हिजरी, खंड 2, पृष्ठ 415; अय्याशी, किताब अल-तफ़सीर, 1380 हिजरी, खंड 1, पृष्ठ 5, हदीस 9।</ref>
मेना की भूमि में<ref>सफ़्फ़ार, बसाएर अल-दराजात, 1404 हिजरी, पृष्ठ 413; क़ुमी, तफ़सीर अल-क़ुमी, 1404 हिजरी, खंड 1, पृष्ठ 172, खंड 2, पृष्ठ 447।</ref> या ख़ैफ़ की मस्जिद में, हज अल वेदा में [[तशरीक़ के दिन|तशरीक़ के दिनों]] के आखिरी दिन;<ref>क़ुमी, तफ़सीर अल-क़ुमी, 1404 हिजरी, खंड 1, पृष्ठ 3, 173।</ref>
मेना की भूमि में<ref>सफ़्फ़ार, बसाएर अल-दराजात, 1404 हिजरी, पृष्ठ 413; क़ुमी, तफ़सीर अल-क़ुमी, 1404 हिजरी, खंड 1, पृष्ठ 172, खंड 2, पृष्ठ 447।</ref> या ख़ैफ़ की मस्जिद में, हज अल वेदा में [[तशरीक़ के दिन|तशरीक़ के दिनों]] के आखिरी दिन;<ref>क़ुमी, तफ़सीर अल-क़ुमी, 1404 हिजरी, खंड 1, पृष्ठ 3, 173।</ref>
शुक्रवार की नमाज़ के बाद एक उपदेश में;<ref>अय्याशी, किताब अल-तफ़सीर, 1380 शम्सी, खंड 1, पृष्ठ 4, हदीस 3।</ref>
[[नमाज़े जुमा|शुक्रवार की नमाज़]] के बाद एक उपदेश में;<ref>अय्याशी, किताब अल-तफ़सीर, 1380 शम्सी, खंड 1, पृष्ठ 4, हदीस 3।</ref>
लोगों के साथ अंतिम [[नमाज़े जमाअत]] के बाद एक उपदेश में;<ref>दैलमी, इरशाद अल-क़ुलुब, 1412 हिजरी, खंड 2, पृष्ठ 340</ref>
लोगों के साथ अंतिम [[नमाज़े जमाअत]] के बाद एक उपदेश में;<ref>दैलमी, इरशाद अल-क़ुलुब, 1412 हिजरी, खंड 2, पृष्ठ 340</ref>
बीमारी के बिस्तर पर, जब सहाबा पैग़म्बर के बिस्तर के किनारे इकट्ठे हुए;<ref>इब्ने हजर हैसमी, अल-सवाईक अल-मुहर्रक़ा, 1417 हिजरी, खंड 2, पृष्ठ 440; शरफ़ुद्दीन, अल मुराजेआत, 1426 हिजरी, पृष्ठ 70।</ref>
बीमारी के बिस्तर पर, जब सहाबा पैग़म्बर के बिस्तर के किनारे इकट्ठे हुए;<ref>इब्ने हजर हैसमी, अल-सवाईक अल-मुहर्रक़ा, 1417 हिजरी, खंड 2, पृष्ठ 440; शरफ़ुद्दीन, अल मुराजेआत, 1426 हिजरी, पृष्ठ 70।</ref>
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