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"इमाम अली और हज़रत फ़ातिमा की शादी": अवतरणों में अंतर

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==शादी का फल==
==शादी का फल==


इस मुबारक शादी का फल इमामत का फलदार वृक्ष है। इन दोनो प्रियजनो के सुखी विवाहित जीवन से चार बच्चे दुनिया मे आए। जोकि आयु के क्रम मे इस प्रकार है [[इमाम हसन (अ)]], [[इमाम हुसैन (अ)]], जैनब ए कुबरा (स) और उम्मे कुल्सूम (स) है। हज़रत मोहसिन (अ) जन्म से पहले ही इस्लाम के दुशमनो की क्रूरता के कारण गर्भ मे ही शहीद हो गए थे।<ref>शेख़ मुफ़ीद, अल इरशाद, पेज 342</ref>
इस मुबारक शादी का फल इमामत का फलदार वृक्ष है। इन दोनो प्रियजनो के सुखी विवाहित जीवन से चार बच्चे दुनिया मे आए। जोकि आयु के क्रम मे इस प्रकार है [[इमाम हसन (अ)]], [[इमाम हुसैन (अ)]], [[ज़ैनब ए कुबरा (स)]] और [[उम्मे कुलसूम (स)]] है। [[मोहसिन बिन अली|हज़रत मोहसिन (अ)]] जन्म से पहले ही इस्लाम के दुशमनो की क्रूरता के कारण गर्भ मे ही शहीद हो गए थे।<ref>शेख़ मुफ़ीद, अल इरशाद, पेज 342</ref>


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