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"25 रमज़ान": अवतरणों में अंतर

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('<noinclude> {{रमज़ान}} '''25 रमज़ान''' पारंपरिक हिजरी चंद्र कैलेंडर में वर्ष का 261वाँ दिन है। </noinclude> * 1131 हिजरी, सफ़वी युग के शिया न्यायविद और कश्फ़ अल लेसाम पु...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
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* [[वर्ष 1131 हिजरी|1131 हिजरी]], सफ़वी युग के [[इमामिया|शिया]] न्यायविद और [[कश्फ़ अल लेसाम]] पुस्तक के लेखक [[अबुल फ़ज़्ल बहाउद्दीन मुहम्मद बिन ताजुद्दीन|फ़ाज़िल हिंदी]] का निधन
* [[वर्ष 1131 हिजरी|1131 हिजरी]], सफ़वी युग के [[इमामिया|शिया]] न्यायविद और कश्फ़ अल लेसाम पुस्तक के लेखक [[अबुल फ़ज़्ल बहाउद्दीन मुहम्मद बिन ताजुद्दीन|फ़ाज़िल हिंदी]] का निधन
* [[वर्ष 1348 हिजरी|1348 हिजरी]], [[इमाम महदी अलैहिस सलाम|इमाम ज़माना (अ)]] के लिए [[दुआ]] के लाभो के बारे मे [[मिकयाल अल-मकारिम]] पुस्तक के लेखक, शिया [[फ़क़ीह|न्यायविद]] [[सय्यद मुहम्मद तक़ी मूसवी इस्फहानी]] की शहादत (24 फ़रवरी, 1930 ईस्वी)
* [[वर्ष 1348 हिजरी|1348 हिजरी]], [[इमाम महदी अलैहिस सलाम|इमाम ज़माना (अ)]] के लिए [[दुआ]] के लाभो के बारे मे [[मिकयाल अल-मकारिम]] पुस्तक के लेखक, शिया [[फ़क़ीह|न्यायविद]] सय्यद मुहम्मद तक़ी मूसवी इस्फहानी की [[शहादत]] (24 फ़रवरी, 1930 ईस्वी)
* [[वर्ष 1442 हिजरी|1442 हिजरी]], [[काबुल]] के शिया महल्ले दश्त बुरची मे [[काबुल के सय्यद अल शोहदा मदरसा पर हमला|मदरसा सय्यद अल शोहदा के सामने विस्फोट]] के कारण हज़ारा संप्रदाय के 85 शियो की हत्या (8 मई, 2021 ईस्वी)
* [[वर्ष 1442 हिजरी|1442 हिजरी]], [[काबुल]] के शिया महल्ले दश्त बुरची मे [[काबुल के सय्यद अल शोहदा मदरसा पर हमला|मदरसा सय्यद अल शोहदा के सामने विस्फोट]] के कारण हज़ारा संप्रदाय के 85 शियो की हत्या (8 मई, 2021 ईस्वी)
* [[वर्ष 1443 हिजरी|1443 हिजरी]], इस्माइली संप्रदाय की एक शाखा बोहरो द्वारा [[मिस्र]] की राजधानी [[काहिरा]] मे [[इमाम हुसैन (अ) मस्जिद]] का पुनर्निमार्ण
* [[वर्ष 1443 हिजरी|1443 हिजरी]], इस्माइली संप्रदाय की एक शाखा बोहरो द्वारा [[मिस्र]] की राजधानी क़ाहिरा मे [[इमाम हुसैन (अ) मस्जिद]] का पुनर्निमार्ण




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!  !! रमज़ान के अंतिम दस दिनो के आमाल और दुआएँ
!  !! [[रमज़ान]] के अंतिम दस दिनो के आमाल और दुआएँ
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| हर रात की दुआ ||
| हर रात की दुआ ||
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अऊज़ो बेजलाले वज्हेकल करीमे अन यंक़ज़ेया अन्नी शहरो रमज़ाना औ यतलोअल फ़ज्रो मिन लैलती हाज़ेही वलका क़ेबली ज़मबुन औ तबअतुन तोअज़्ज़ेबोनी अलैह
अऊज़ो बेजलाले वज्हेकल करीमे अन यंक़ज़ेया अन्नी शहरो रमज़ाना औ यतलोअल फ़ज्रो मिन लैलती हाज़ेही वलका क़ेबली ज़मबुन औ तबअतुन तोअज़्ज़ेबोनी अलैह


'''अनुवादः''' गुजरे हुए रमज़ान के महीने से, या इस रात की सुबह से जिसमे मुझसे कोई पाप हुआ हो या किसी कार्य का परिणाम हो जिसके लिए तू मुझे दंडित करेंगा, मैं तेरी कृपा की महानता का आश्रय चाहता हूं।
'''अनुवादः''' गुजरे हुए रमज़ान के महीने से, या इस रात की सुबह से जिसमे मुझसे कोई [[पाप]] हुआ हो या किसी कार्य का परिणाम हो जिसके लिए तू मुझे दंडित करेंगा, मैं तेरी कृपा की महानता का आश्रय चाहता हूं।
* इस दुआ का पढ़ना
* इस दुआ का पढ़ना


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'''अनुवादः''' यदि तू इस महीने में मुझसे प्रसन्न हुआ हैं, तो मेरे साथ अपनी प्रसन्नता बढ़ा, और यदि तू मुझसे प्रसन्न नहीं हुआ हैं, तो कृपया अब मुझ से प्रसन्न हों, हे परम दयालु, हे भगवान, हे एक, हे बिनियाज़, हे वह जिसे किसी ने नही जना और नही उसने किसी को जना। और उसके तुल्य कोई न हुआ।
'''अनुवादः''' यदि तू इस महीने में मुझसे प्रसन्न हुआ हैं, तो मेरे साथ अपनी प्रसन्नता बढ़ा, और यदि तू मुझसे प्रसन्न नहीं हुआ हैं, तो कृपया अब मुझ से प्रसन्न हों, हे परम दयालु, हे भगवान, हे एक, हे बिनियाज़, हे वह जिसे किसी ने नही जना और नही उसने किसी को जना। और उसके तुल्य कोई न हुआ।
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| हर नमाज़ के बाद दुआ ||'''اللَّهُمَّ أَدِّ عَنَّا حَقَّ مَا مَضَى مِنْ شَهْرِ رَمَضَانَ وَ اغْفِرْ لَنَا تَقْصِيرَنَا فِيهِ وَ تَسَلَّمْهُ مِنَّا مَقْبُولا وَ لا تُؤَاخِذْنَا بِإِسْرَافِنَا عَلَى أَنْفُسِنَا وَ اجْعَلْنَا مِنَ الْمَرْحُومِينَ وَ لا تَجْعَلْنَا مِنَ الْمَحْرُومِينَ.'''
| हर [[नमाज़]] के बाद दुआ ||'''اللَّهُمَّ أَدِّ عَنَّا حَقَّ مَا مَضَى مِنْ شَهْرِ رَمَضَانَ وَ اغْفِرْ لَنَا تَقْصِيرَنَا فِيهِ وَ تَسَلَّمْهُ مِنَّا مَقْبُولا وَ لا تُؤَاخِذْنَا بِإِسْرَافِنَا عَلَى أَنْفُسِنَا وَ اجْعَلْنَا مِنَ الْمَرْحُومِينَ وَ لا تَجْعَلْنَا مِنَ الْمَحْرُومِينَ.'''


अल्लाहुम्मा अद्दे अन्नन्न हक़्क़ा मा मज़ेया मिन शहरे रमज़ाना व इग़फ़िर लना तक़सीरना फ़ीहे व तसल्लेमहू मिन्ना मक़बूला वला तोआख़िज़ना बेइसराफ़ेना अला अंफ़ोसेना वजअलना मिनल मरहूमीना वला तजअलना मिन महरूमीना
अल्लाहुम्मा अद्दे अन्नन्न हक़्क़ा मा मज़ेया मिन शहरे रमज़ाना व इग़फ़िर लना तक़सीरना फ़ीहे व तसल्लेमहू मिन्ना मक़बूला वला तोआख़िज़ना बेइसराफ़ेना अला अंफ़ोसेना वजअलना मिनल मरहूमीना वला तजअलना मिन महरूमीना
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सय्यद इब्ने ताऊस ने इक़बाल अल आमाल नामक किताब मे इस दिन के लिए और अधिक दुआएं नकल की है।  
[[सय्यद इब्ने ताऊस]] ने इक़बाल अल आमाल नामक किताब मे इस दिन के लिए और अधिक दुआएं नकल की है।  
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[[श्रेणी:रमज़ान के दिन]]
[[श्रेणी:रमज़ान के दिन]]
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