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"नमाज़े तवाफ़": अवतरणों में अंतर

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दूसरी मंजिल पर किसी कारण से तवाफ़ करने वाले पवित्र मस्जिद के प्रांगण में और इब्राहिम के स्थान के पीछे नमाज अदा कर सकते हैं, इस बारे में फ़तवों में मतभेद है।
दूसरी मंजिल पर किसी कारण से तवाफ़ करने वाले पवित्र मस्जिद के प्रांगण में और इब्राहिम के स्थान के पीछे नमाज अदा कर सकते हैं, इस बारे में फ़तवों में मतभेद है।
मुस्तहब तवाफ़ की नमाज़ पवित्र मस्जिद में कहीं भी अदा की जा सकती है। [उद्धरण वांछित]
मुस्तहब तवाफ़ की नमाज़ पवित्र मस्जिद में कहीं भी अदा की जा सकती है। [उद्धरण वांछित]
== फ़ुटनोट ==
# तबरसी, मजमा अल-बयान, 1379 ए एच, खंड 1, पृ.203।
# सूरह बक़रह, आयत 125
# मनासिके हज, मसला 790।
# मनासिके हज, मसला 796।
# मनासिके हज, मसला 2/800


==स्रोत==
==स्रोत==
* महमूदी, मुहम्मद रज़ा, मनासिके हज मुताबिक़े फ़तावा ए इमाम खुमैनी व मराजे ए केराम, तेहरान, ईरान के इस्लामी गणराज्य के सर्वोच्च नेता का हज अनुसंधान केंद्र, मशअर प्रकाशन, चौथा संस्करण, 2008।
* महमूदी, मुहम्मद रज़ा, मनासिके हज मुताबिक़े फ़तावा ए इमाम खुमैनी व मराजे ए केराम, तेहरान, ईरान के इस्लामी गणराज्य के सर्वोच्च नेता का हज अनुसंधान केंद्र, मशअर प्रकाशन, चौथा संस्करण, 2008।
* तबरसी, फ़ज़्ल बिन हसन, मजमा अल-बयान, बेरूत, दार अल-अह्या अल-तुरास अल-अरबी, 2000।
* तबरसी, फ़ज़्ल बिन हसन, मजमा अल-बयान, बेरूत, दार अल-अह्या अल-तुरास अल-अरबी, 2000।
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