"हज़रत मुहम्मद मुस्तफ़ा सल्लल्लाहो अलैहे व आलिहि व सल्लम": अवतरणों में अंतर
हज़रत मुहम्मद मुस्तफ़ा सल्लल्लाहो अलैहे व आलिहि व सल्लम (स्रोत देखें)
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[[इमामिया|शिया]] विद्वानों के बीच प्रसिद्ध मत के अनुसार, पैग़ंबर (स) का जन्म रबीउल अव्वल की 17 तारीख़ और [[अहले सुन्नत|सुन्नियों]] के बीच लोकप्रिय मत के अनुसार रबीउल | [[इमामिया|शिया]] विद्वानों के बीच प्रसिद्ध मत के अनुसार, पैग़ंबर (स) का जन्म [[17 रबीअ अल अव्वल|रबीउल अव्वल की 17 तारीख़]] और [[अहले सुन्नत|सुन्नियों]] के बीच लोकप्रिय मत के अनुसार [[12 रबीअ अल अव्वल|रबीउल अव्वल की 12 तारीख़]] को हुआ था। [7] इन दो तिथियों के बीच के अंतराल को शिया और सुन्नी के बीच [[एकता सप्ताह]] का नाम दिया गया है। [8] | ||
[[अल्लामा मजलिसी]] ने अधिकांश शिया विद्वानों की राय के अनुसार पैगंबर (स) का जन्म रबी-उल-अव्वल की 17 तारीख़ को माना है। [9] हालांकि, किताब [[अल-काफी]] में [[मुहम्मद बिन याक़ूब कुलैनी]], [10] और किताब कमालुद्दीन में [[शेख़ सदूक़]] ने रबी-उल-अव्वल की 12 तारीख़ को पैगंबर के जन्म का उल्लेख किया है। [11] अल्लामा मजलिसी के अनुसार, [[कुलैनी]] की जो राय है कि पैगंबर (स) का जन्म रबी-उल-अव्वल की 12वीं तारीख़ को हुआ था, ज्यादातर [[तक़य्या]] के कारण था। [12] यह भी संभव है कि [[अल-काफ़ी]] में, '''«لإثنتی عشر لیلة بقیت من شهر ربیع الاول»''' अनुवाद: "रबी-उल-अव्वल के महीने के ख़त्म होने में 12 दिन बाकी थे", इसमें ('''مَضَت''') (गुज़र चुके) वाक्यांश में मज़त शब्द, शब्द बाक़ियात (शेष से) [13] के बजाय ग़लत तरीके से दर्ज हो गया हो क्योंकि ख़तीब क़स्तलानी की रिपोर्ट में "बक़ियत" शब्द दर्ज है। [14] | [[अल्लामा मजलिसी]] ने अधिकांश शिया विद्वानों की राय के अनुसार पैगंबर (स) का जन्म [[17 रबीअ अल अव्वल|रबी-उल-अव्वल की 17 तारीख़]] को माना है। [9] हालांकि, किताब [[अल-काफी]] में [[मुहम्मद बिन याक़ूब कुलैनी]], [10] और किताब कमालुद्दीन में [[शेख़ सदूक़]] ने [[12 रबीअ अल अव्वल|रबी-उल-अव्वल की 12 तारीख़]] को पैगंबर के जन्म का उल्लेख किया है। [11] अल्लामा मजलिसी के अनुसार, [[कुलैनी]] की जो राय है कि पैगंबर (स) का जन्म रबी-उल-अव्वल की 12वीं तारीख़ को हुआ था, ज्यादातर [[तक़य्या]] के कारण था। [12] यह भी संभव है कि [[अल-काफ़ी]] में, '''«لإثنتی عشر لیلة بقیت من شهر ربیع الاول»''' अनुवाद: "रबी-उल-अव्वल के महीने के ख़त्म होने में 12 दिन बाकी थे", इसमें ('''مَضَت''') (गुज़र चुके) वाक्यांश में मज़त शब्द, शब्द बाक़ियात (शेष से) [13] के बजाय ग़लत तरीके से दर्ज हो गया हो क्योंकि ख़तीब क़स्तलानी की रिपोर्ट में "बक़ियत" शब्द दर्ज है। [14] | ||
रसूल जाफ़रियान के अनुसार, [[शेख़ मुफ़ीद]] के बाद [[इमामिया|शिया]] विद्वान 17 रबीउल अव्वल को पैगंबर मुहम्मद (स) के जन्मदिन के रूप में मानते हैं। [15] | रसूल जाफ़रियान के अनुसार, [[शेख़ मुफ़ीद]] के बाद [[इमामिया|शिया]] विद्वान 17 रबीउल अव्वल को पैगंबर मुहम्मद (स) के जन्मदिन के रूप में मानते हैं। [15] | ||
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पैगंबर (स) के जन्म के विवरण के बारे में सुन्नी विद्वानों की अलग-अलग राय है। कुछ लोगों ने उनके जन्म को [[आम अल-फ़ील]] [16] [नोट 2] और कुछ ने आम अल-फ़ील के दस साल बाद [17] माना है। चूंकि इतिहासकारों ने 632 ईस्वी में 63 वर्ष की आयु में पैगंबर (स) की वफ़ात लिखी है, इस लिये उन्होंने 569 और 570 ईस्वी के बीच पैगंबर (स) के जन्म और आम अल-फ़ील का अनुमान लगाया है [18] | पैगंबर (स) के जन्म के विवरण के बारे में सुन्नी विद्वानों की अलग-अलग राय है। कुछ लोगों ने उनके जन्म को [[आम अल-फ़ील]] [16] [नोट 2] और कुछ ने आम अल-फ़ील के दस साल बाद [17] माना है। चूंकि इतिहासकारों ने 632 ईस्वी में 63 वर्ष की आयु में पैगंबर (स) की वफ़ात लिखी है, इस लिये उन्होंने 569 और 570 ईस्वी के बीच पैगंबर (स) के जन्म और आम अल-फ़ील का अनुमान लगाया है [18] | ||
पैगंबर के जन्मदिन के बारे में सुन्नियों में भी मतभेद हैं; रबी-उल-अव्वल की 12वीं,[19] रबी-उल-अव्वल की दूसरी,[20] रबी-उल-अव्वल की आठवीं,[21] रबी-उल-अव्वल की दसवीं[22] और [[रमज़ान]] का महीना [23] इन मतों में से हैं। | पैगंबर के जन्मदिन के बारे में सुन्नियों में भी मतभेद हैं; [[12 रबीअ अल अव्वल|रबी-उल-अव्वल की 12वीं]],[19] रबी-उल-अव्वल की दूसरी,[20] रबी-उल-अव्वल की आठवीं,[21] रबी-उल-अव्वल की दसवीं[22] और [[रमज़ान]] का महीना [23] इन मतों में से हैं। | ||
===जन्म स्थान=== | ===जन्म स्थान=== |